[Verse] கலியுக தெய்வமே கந்தனுக்கு மூத்தோனே மூஷிக வாகனனே மூலப் பொருளோனே ஸ்கந்தகுரு கவசத்தை கலிதோஷம் நீங்கிடவே திருவடியின் திருவருளால் செப்புகிறேன் காத்தருள்வாய் [Verse 2] அருளாலோய் மழை பெய்யும் அன்னை மனமகிழ்வே பாதம் சேர்ந்தால் பாழ்படாத வாழ்நாளே கருணையாலே கண்கள் களிக்குமோர் தருணங்கள் சிந்தை முழுவதும் சித்தியம் மகிழ்வோயே [Chorus] சித்தி விநாயக ஜயமருள் போற்றுகிறேன் எல்லாவற்றின் முதல்வனே நாள் மதினில் காப்பாயே சிக்கி சிக்கால் தீரவும் வந்து நம்மைக் காத்தாயே வழியில் வெற்றி தருவாய் அருகில் நீ விதைத்தாயே [Bridge] உனது பெயரால் பயமொன்றும் இல்லை உணர்ந்தால் நகையாலே நம்மைத் தாங்கிவிடும் என்று சொன்னால் பிழையற்ற வாழ்வு படைத்தாயோ தேவை நீ தீர்க்க நம் இல்லத்துள் நம் குடும்பத்தில் என்றும் நீ செல்ல [Chorus] சித்தி விநாயக ஜயமருள் போற்றுகிறேன் எல்லாவற்றின் முதல்வனே நாள் மதினில் காப்பாயே சிக்கி சிக்கால் தீரவும் வந்து நம்மைக் காத்தாயே வழியில் வெற்றி தருவாய் அருகில் நீ விதைத்தாயே [Verse 3] வழகான தினங்களை தருவாயோ நீர் என்றும் உன்னில் நாங்கள் வாழ்வோம் தலையணைத்து உன் பாதங்களின் நிழலில் நாம் இருப்போம் காத்து துணை செய் எங்கள் விநாயகனே
devotional, traditional, spiritual
Tamil
The song evokes a deep sense of devotion, reverence, and peace. It expresses gratitude towards divine beings and conveys emotional upliftment through its lyrical content.
This song is likely performed in religious ceremonies, spiritual gatherings, and personal meditation spaces. It can also be appreciated in cultural festivals where traditional music is celebrated.
The song employs traditional Tamil poetic structures and employs rhythmic patterns typical of devotional music. The use of metaphors related to divinity, nature, and human experience enhances the spiritual quality of the lyrics. The repetition of key phrases adds to the chant-like quality, making it suitable for communal singing.
[Verse] राम का नाम जपो मन हरदम सच्चा जग में सत्य वही मुख से नाची नाची हर वक्त होठों पे उसका साया संकट में सिर्फ वही काम आया [Chorus] राम राम बोलो सुनो गूंजे हर दिशा हर कोने में प्यार बहे राम का नाम सबसे ऊँचा मन की बाती उसी में डूबा [Verse 2] कष्ट आये भले जितने भी कठिन राम का नाम ले मिटेगा हर दिन सत्य की डगर पर चलना निरंतर अविनाशी उसका नाम सुनो मन्तर [Chorus] राम राम बोलो सुनो गूंजे हर दिशा हर कोने में प्यार बहे राम का नाम सबसे ऊँचा मन की बाती उसी में डूबा [Bridge] जीवन के राह में जब कभी अंधेरा राम का नाम हो सवेरा कार्य कोई जो हो कठिन समझो राम नाम से सब सहज बनो [Chorus] राम राम बोलो सुनो गूंजे हर दिशा हर कोने में प्यार बहे राम का नाम सबसे ऊँचा मन की बाती उसी में डूबा
Tera Naam Khwaja Moinuddin Tu Rasoole Pak Ki Aal Hai Teri Shaan Khwaja e Khwajgan Tujhe Bekaso Ka Khayaal Hai Tera Naam Khwaja Moinuddin Tu Rasoole Pak Ki Aal Hai Mera Bigda Waqt Sawaar Do Mere Khwaja Mujhko Nawaz Do Teri Ek Nigaah Ki Baat Hai Meri Zindagi Ka Soowal Hai Tera Naam Khwaja Moinuddin Tu Rasoole Pak Ki Aal Hai Teri Ek Nigaah Ki Baat Hai Meri Zindagi Ka Soowal Hai Tera Naam Khwaja Moinuddin Tu Rasoole Pak Ki Aal Hai Main Ghada e Khwaja e Chist Hoon Mujhe Is Ghadai Pe Naaz Hai Mera Naaz Khwaja Pe Kyun Naa Ho Mera Khwaja Banda Nawaaz Hai Tera Naam Khwaja Moinuddin Tu Rasoole Pak Ki Aal Hai Mera Khwaja Ataa e Rasool Hai Woh Bahaar e Chist Ka Phool Hai Woh Bahaar e Gulshan e Fatima Chaman e Ali Ka NIhaal Hai Tera Naam Khwaja Moinuddin Tu Rasoole Pak Ki Aal Hai Yahan Bheek Milti Hai Be Gumaan Yeh Bade Sakhi Ka Hai Aastaan Yaha Sab Ki Bharti Hai Jholiyan Yeh Dar e Garib Nawaz Hai Tera Naam Khwaja Moinuddin Tu Rasoole Pak Ki Aal Hai
यो! ये ब्रह्मांड का राज़, श्री कृष्ण का स्वरूप, वो शुरुआत, वो अंत, हर पल है वो अनूप। अब सुन, मेरी वाणी में उनका विराट सत्य, जहां पद के नीचे पाताल और सर पे स्वर्ग सदा व्याप्त! (Verse 1) पद के नीचे पाताल देख, अंतरिक्ष में मेरी चाल देख। ये ब्रह्मांड मेरी माया है, हर जीव, हर कण मुझमें समाया है। मेरी सांसों में है जीवन की गाथा, मैं ही शाश्वत, मैं ही परमपथ। सूरज का तेज़, चाँद की ठंडक, सब मेरा प्रतिबिंब, ये मत भूल न। मैं कण-कण में, मैं शून्य में भी हूं, धर्म का रखवाला, अधर्म का नाश हूं। विनाश हु मैं, फिर से शुरुआत हु मैं, हर काल, हर युग में, बस साक्षात हु मैं। (Hook) विकराल रूप, विनाश हु मैं, शुरुआत और अंत का प्रकाश हु मैं। हर युग, हर क्षण में विराजमान हूं, श्रीकृष्ण विराट स्वरूप, यही पहचान हूं। (Verse 2) मुझमें गूंजे वासुदेव की वाणी, गीता के श्लोक, हर युग की कहानी। जब अधर्म बढ़े, मैं आता साक्षात, हर बार रचता, नई धर्म की बात। मेरी भुजाओं में शक्तियां अनंत, हर दिशा में गूंजे मेरा दैवी कंठ। मैं काले घन का अंधेरा, मैं तेज का सवेरा, हर अंश में बसा हूं, ये मेरा बसेरा। काल चक्र की धुरी मैं हूं, जीवन और मृत्यु का पुलिंदा हूं। जो भी देखे मेरा विराट रूप, वो समझे सत्य, न करे कभी भूल। (Hook) विकराल रूप, विनाश हु मैं, शुरुआत और अंत का प्रकाश हु मैं। हर युग, हर क्षण में विराजमान हूं, श्रीकृष्ण विराट स्वरूप, यही पहचान हूं। (Bridge) जब अर्जुन ने देखा, स्वरूप मेरा महा, हर देवता, हर जीव था मुझमें समा। उसने कहा, "हे केशव, तू तो सबकुछ है, तू ही सृष्टि का आधार, तू ही शक्ति और दिशा है।" मैं काल हूं, मैं विनाश का स्वर, जो अधर्मी करे पाप, वो बचे न कोई ओर। सत्य की धार हूं, धर्म का सार हूं, कृष्ण का विराट स्वरूप, मैं अवतार हूं। (Outro) यो! ये बस एक झलक है, श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप की। जब सत्य, धर्म और माया के पार देखोगे, तब समझोगे, वो क्या है! श्रीकृष्ण, विराट स्वरूप, अनंत और अपरंपार। (Hook - Fade Out) विकराल रूप, विनाश हु मैं, शुरुआत और अंत का प्रकाश हु मैं। हर युग, हर क्षण में विराजमान हूं, श्रीकृष्ण विराट स्वरूप, यही पहचान हूं।
यो! सुनो ध्यान से, ये ब्रह्मांड का खेल, श्रीकृष्ण की लीला, अनंत का मेल। प्रारंभ वही, वही अंत का संहार, जो कुछ दिखे तुम्हें, वो उनका ही विस्तार। सहस्र सूर्यों का तेज हूँ मैं, चंद्रमा जैसा शीतल हूँ मैं। प्रारंभ में जो था, वही अब भी मैं, हर काल, हर युग में उपस्थित हूँ मैं। अनंत ब्रह्मांड मेरी एक सांस में बने, फिर वही ब्रह्मांड पल भर में तिरोहित हों। दानव, राक्षस, मनुष्य, पशु, सब मेरी माया, सब मेरा प्रसार। जो दिखे तुझे ये जग का आधार, मैं ही हूँ उसका अदृश्य विस्तार। हर कण में बसता हूँ, हर दिशा में हूँ, मैं सृष्टि की रचना, मैं विनाश का दूत हूँ। वो कृष्ण हूँ मैं, विराट स्वरूप हूँ मैं, प्रारंभ और अंत का साक्षात रूप हूँ मैं। अनंत का तेज हूँ, माया का जाल हूँ, श्रीकृष्ण विराट, यही मेरी पहचान हूँ। मेरी भुजाओं में पर्वतों का बल, मेरे नेत्रों में जलती अग्नि का पल। मैं काल का चक्र, मैं धर्म का रक्षक, मैं सत्य का दीपक, मैं अधर्म का भक्षक। देवता मेरी वंदना करें, राक्षस थर-थर कांपे, संपूर्ण सृष्टि मेरी महिमा में झुके। पवन में गूंजे मेरी वाणी का स्वर, मृत्यु और जीवन, दोनों का मैं आधार। जो देखे मेरा स्वरूप, हो भयभीत, पर वही पाए ज्ञान का दीप। मैं सृष्टि का खेल, मैं इसकी माया, श्रीकृष्ण का विराट, सब मुझसे छाया। वो कृष्ण हूँ मैं, विराट स्वरूप हूँ मैं, प्रारंभ और अंत का साक्षात रूप हूँ मैं। अनंत का तेज हूँ, माया का जाल हूँ, श्रीकृष्ण विराट, यही मेरी पहचान हूँ। जब अर्जुन ने कहा, "हे प्रभु, तेरा क्या है सार?" मैंने कहा, "मैं ही सब, मैं ही आधार। देखो सहस्रों सिर, सहस्रों भुजाएँ, मेरा विराट रूप, सब जग समाएँ। सूर्य मेरा तेज, चंद्रमा मेरी शीतलता, पृथ्वी मेरा काया, आकाश मेरी व्याप्ति। जो समझे इस सत्य को, वही है ज्ञानी, जो न समझे, वो रहे अज्ञानी।" यो! ये श्रीकृष्ण की महिमा का गीत, जो विराट को जाने, वही पाए जीत। अब सुनो ध्यान से, और इसे समझो, श्रीकृष्ण का स्वरूप ही सृष्टि का सच हो। वो कृष्ण हूँ मैं, विराट स्वरूप हूँ मैं, प्रारंभ और अंत का साक्षात रूप हूँ मैं। अनंत का तेज हूँ, माया का जाल हूँ, श्रीकृष्ण विराट, यही मेरी पहचान हूँ।
(Intro) 新年的钟声敲响, 家家户户喜洋洋, 大红灯笼高高挂, 好运福气到你家! (Verse 1) 春风送暖花盛开, 欢声笑语满堂彩, 红包传递爱心在, 幸福年年好运来! (Pre-Chorus) 辞旧迎新人人欢, 祝福声声在耳边, 吉星高照福满天, 日子红火赛神仙! (Chorus) 好运年年,好事连连, 新春佳节多喜悦! 步步高升,财源滚滚, 笑口常开乐无边! 好运年年,好梦实现, 幸福生活美满年! 四季平安,健康永伴, 欢天喜地过大年! (Verse 2) 烟花绽放夜空明, 亲朋好友齐庆贺, 团圆饭香飘满桌, 喜气洋洋过新春! (Pre-Chorus) 新衣穿起精神爽, 新年目标心中想, 信心百倍开好局, 未来路上步步强! (Chorus) 好运年年,好事连连, 新春佳节多喜悦! 步步高升,财源滚滚, 笑口常开乐无边! 好运年年,好梦实现, 幸福生活美满年! 四季平安,健康永伴, 欢天喜地过大年! (Bridge) 鞭炮声声,年味浓, 一家团圆庆新春! 左邻右舍,互祝福, 万事如意心想成! (Final Chorus - 强调热闹气氛) 好运年年,好事连连, 新春佳节多喜悦! 步步高升,财源滚滚, 笑口常开乐无边! 好运年年,好梦实现, 幸福生活美满年! 四季平安,健康永伴, 欢天喜地过大年! (Outro) 年年好运,岁岁平安, 新春吉祥到万家!
ماهِ دِی آمد چه زیبا روز چهارده شد هُوِیدا پسر زیبای شهلا تولدت مبارک تو بمان با بال ایمان روشنی بخش خانه مان پسرزیبای شهلا تولدت مبارک با همان چشمان زیبا رُخ برافروز سوی دنیا رهرودر دنیای ایمان آن برادر روح مادر عشق مانا محکم و شادان قدم زن این جهان با شادی بهم زن پسر زیبای شهلا تولدت مبارک ای پدر از بودنت شاد پسر زیبای شهلا تولدت مبارک حامی آلپاین و اِسنو این حقیقت نیز بشنو این جهان ابعاد دارد وندراین بُعدي که هستیم قد برافروز سوی هستی کاندرآن سوی تباهی زندگی ها هاست باقی این رِسالت دوش دوش است ریشه آن عقل و هوش است پسر زیبای شهلا تولدت مبارک این همه صورت که دیدی گاه مادر- گه برادر این همه مصداق حق است بندگی کن شکر -سرمست پسر زیبای شهلا تولدت مبارک
ماه دی آمد چه زیبا روز چهارده شد هویدا پسر زیبای شهلا تولدت مبارک تو بمان با بال ایمان روشنی بخش خانه مان پسرزیبای شهلا تولدت مبارک با همان چشمان زیبا رخ برافروز سوی دنیا رهرو سودای ایمان آن برادر روح مادر عشق مانا محکم و شادمان قدم زن این جهان با شادی خود بهم زن پسر زیبای شهلا تولدت مبارک پسر زیبای شهلا تولدت مبارک حامی آلپاین و اسنو این حقیقت نیز بشنو این جهان ابعاد دارد وندراین بعدی که هستیم قد برافروز سوی هستی کاندرآن سوی تباهی زندگی ها هاست باقی این رسالت دوش دوش است ریشه آن عقل و هوش است پسر زیبای شهلا تولدت مبارک این همه صورت که دیدی وانگه مادر گه برادر این همه مصداق حق است بندگی کن شکر سرمست پسر زیبای شهلا تولدت مبارک
[Instrumental]
Om namo hiranya-bahave hiranya-varanaya hiranya-roopaya hiranya-pataye ambika pataya uma pataye pashupataye namo namaha Yishana sarva-vidyanam Yishwara-sarva-bhootanam Bramhadi-pate bramhanodipate bramha shivome astusada shivom Tatpurushaya vidmahe vag-vishudhaaya dhimahi tanno shiva prachodayat | Mahadevaya vidmahe rudra-moortaye dhimahi tanno shiva prachodayat || Namaste astu bhagavan vishsveshwaraya mahadevaya tryambakaya tripurantakaya trikagnikalaya Kalagnirudraya nilakanthaya mrityunjayaya sarveshwaraya sadashivaya shriman mahadevaya namaha
साईं के चरणों में मेरा सिर झुका रहे, हर सांस में नाम तेरा, मन तुझसे जुड़ा रहे। तेरे बिना ये जीवन, अधूरा सा लगे, तेरे प्यार की छांव में, हर दर्द मेरा ढले। साईं, ओ साईं, मेरे मन के मीत, साईं, ओ साईं, हर पल तेरी प्रीत। तेरी रहमत के सागर में, डूब जाऊं हर पल, तेरी कृपा से मिट जाए, मेरा हर एक छल। तेरी कथा सुनते-सुनते, दिन और रात कटे, तेरे दामन का सहारा, हर मुश्किल को छंटे। साईं, ओ साईं, तू ही जीवन दाता, साईं, ओ साईं, तू ही है विघ्नहर्ता। तेरे द्वार पर आऊं, हर सुबह, हर शाम, तेरे दर्शन से मिट जाए, मेरा हर गम और घम। तू है सत्य का दीपक, अज्ञान को मिटाए, तेरे चरणों में झुककर, सारा सुख पाएं। साईं, ओ साईं, तू ही है संसार, साईं, ओ साईं, तू ही है आधार। तेरी लीला है निराली, कौन समझ पाए, तेरा नाम लेते ही, पत्थर भी पिघल जाए। तूने सबको अपनाया, भेदभाव न किया, तेरी दया से पाया, मैंने जीने का सिला। साईं, ओ साईं, तू है दया का सागर, साईं, ओ साईं, तू ही सृष्टि का आधार।
میں آ لکھوں تو آجائے میں بیٹھ لکھوں تو آ بیٹھے
[Verse] Mann ke mandir mein Ram basayein Siya ka prem har dukh mitayein Aankhon mein aansu Par mann mein sukoon Unka hi naam har shabd sajayein [Verse 2] Ram ke charan jahan par padein Us dharti ke phool bhi khil jayein Bhakti mein jo doobein har pal Prabhu ki leela sada gunjein pal pal [Chorus] Siya Ram Siya Ram Har dil mein basa unka naam Bhav se bharein jo bhi mil jaayein Ram Siya sang pyaar barsaayein [Bridge] Jab bhakti ras mein doobein sab log Chod dein man ka sab bhog Aastha ke is amrit saagar Ram Siya Hai hamare aadhar [Verse 3] Ramayan ke geet jab bhi gaayein Mann mein punya ki baatein aayein Jeevan ka yeh raah us disha Ram Siya ke pad sahaj jhalakein vishwas [Chorus] Siya Ram Siya Ram Mantra japo har ek saam Jeevan mein tho he prem ki dor Siya Ram ke bina kya he aur