[Verse] जय हनुमान, ज्ञान गुन सागर, सब पे करम है तेरा उपकार। सुंदर शरीर करत काम, राखे राम काज, हनु बलधाम। [Verse 2] महा वीर विक्रम बजरंगी, कमांडर यां वीर संगठित। गर्जे सिंह सम, वझे शब्द भारी, त्रिलोका पे तेरा नाम वारी। [Chorus] राम दूत अति महिमा, महा अवतार, बायें हाथ पर्वत, दायें युद्ध कुशल। नाम सुनत भय भागे, शत्रू सहमे, हनु-शक्ति अजय, काल से भी दिग्गज। [Verse 3] संकटमोचन मंगलमूर्ति, शरण तुम्हारी, सब कष्ट दूर। पंचमुख शनि संकट हरण, धीरज तेरे अचूक, जय वीर पुरूष। [Bridge] सुनो भक्ति गाथा, वीर बलवान, राम का प्यारा, सिया का मान। ज्ञान और विक्रम, शक्ति अपार, हनुमान हारा नहीं, दुश्मनों की हार। [Chorus] राम दूत अति महिमा, महा अवतार, बायें हाथ पर्वत, दायें युद्ध कुशल। नाम सुनत भय भागे, शत्रू सहमे, हनु-शक्ति अजय, काल से भी दिग्गज।
spiritual rap
Hindi
The song evokes feelings of reverence, strength, and empowerment. It celebrates the virtues of Lord Hanuman, inspiring listeners with a sense of courage and devotion.
This song can be used in spiritual gatherings, religious ceremonies, motivational events, or fitness activities that require a positive and uplifting atmosphere. It is suitable for instances where devotion and strength are being celebrated, especially in connection with Hindu culture.
The song features rhythmic verses and a strong chorus, incorporating elements of Hindi diction and cultural references. The use of vivid imagery and repeated phrases enhances memorability and emotional connection. The meter and rhyme scheme are designed to support a powerful vocal delivery that complements the spiritual theme.
ओम नमो जगत् के स्रष्टा, ब्रह्म देव तुम शरण मेरे। जगतगुरु, ज्ञान के सागर, वाणी के आधार तुम ही। सरस्वती वंदना गाएँ, वीणा की झंकार बने। शब्दों की ज्योति प्रकटाएँ, अमृत सा हर स्वार बने। विष्णु के ह्रदय से प्रकटे, ब्रह्मांड के निर्माता। सृष्टि की हर रचना में है, ब्रह्म तुम्हारा वास। मूल प्रकृति, कारण जग के, तुम से सृजन हुआ। सत्य, तप और ध्यान के बल से, जीवन का ज्ञान मिला। वीणा वादिनी, सरस्वती माँ, वाणी की देवी हो। ज्ञान, शुद्धता और कला की, साक्षात् प्रतिमूर्ति हो। ब्रह्म लोक के महाराज, तुमने ही रचा संसार। पंचतत्व की रचना कर, दिया हमें आधार। माँ सरस्वती, वीणा की धुन, बहाए ज्ञान की गंगा। विद्या की देवी, कृपा करो, मिटे अज्ञान का अंधकार। जय ब्रह्म देव, जय सरस्वती, चिर गुणगान हो तुम्हारा। ज्ञान के प्रकाश से आलोकित, सारा ब्रह्मांड हमारा। तुम हो सृष्टि, तुम ही प्रेरणा, सबके अंतर में हो। नमन तुम्हें, वंदन तुम्हें, चरणों में अर्पण हो। ओम नमः सरस्वत्यै, ओम नमः ब्रह्मणे। ज्ञान दीप जलाते रहो, भक्ति का संचार करो। वीणा, पुस्तक, माला संग, आशीर्वाद दो अपना। हे ब्रह्मा, हे सरस्वती, तुमसे ही जग सजीव बना।
[Verse] हे प्रभु मुझ पर दया कर अपनी अनंत कृपा से मेरे पापों को धो दे अपनी अपार करुणा से [Verse 2] मेरे दोषों को दूर कर मेरा हृदय शुद्ध कर मेरे पापों को मुझसे दूर कर मुझे नया जीवन दे भर [Chorus] मैं पाप में जन्मा हूं तुम्हारी राह दिखा तुम्हारे प्रेम में मुझे बस जाने दो [Verse 3] तू ही मेरा सहारा है मेरी मुश्किलें आसान कर अंधेरों में रोशनी दे तू ही सच्चा भगवान है [Bridge] तेरी कृपा के बिना जीवन है अधूरा भर दे मुझे अपने प्रेम से ओ भगवन [Chorus] मैं पाप में जन्मा हूं तुम्हारी राह दिखा तुम्हारे प्रेम में मुझे बस जाने दो
सारे जग के पालनहार, कृष्ण कन्हैया गोविंदा, तेरे नाम से मिटे दुख, हर कोई है खुशहाल। कृष्ण कन्हैया गोविंदा, तू ही सबसे प्यारा। मधुसूदन हरि नारायण, तेरा नाम सच्चा, हर कठिनाई में, तू ही हमारा साथी। कृष्ण कन्हैया गोविंदा, तू ही सबसे प्यारा। श्री कृष्ण गोविंदा, तेरी महिमा निराली, तेरी बंसी की धुन पे, धरती झूमे सारी। कृष्ण कन्हैया गोविंदा, तू ही सबसे प्यारा। तेरे नाम से हर दुख दूर हो जाता है, तेरे प्रेम में बसा है सुख, और आशीर्वाद। कृष्ण कन्हैया गोविंदा, तू ही सबसे प्यारा
[Verse] मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है करते हो तुम कन्हैया मेरा नाम हो रहा है [Verse 2] पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है हैरान है ज़माना मंजिल भी मिल रही है [Chorus] तुम बिन मेरी कैसी ये ज़िन्दगी होती तुम हो तो हर एक शै फूलों सी महकती [Bridge] रस्ते में अंधेरों ने मुझको क्यूँ डराया तुम हो तो हर एक लम्हा सूरज सा जगमगाया [Verse 3] मुझे क्या फ़िक्र है जब तेरा हाथ है सर पर सब कुछ है मेरे पास खाली न कोई घर [Chorus] तुम बिन मेरी कैसी ये ज़िन्दगी होती तुम हो तो हर एक शै फूलों सी महकती
[Verse] जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा [Chorus] एक दंत दयावंत चार भुजा धारी सुनु मातु सरस्वति संगवारी [Verse 2] मूषक वाहन मोदक भोग संत करे सेवक सदा हरि योग [Bridge] अंधक से त्रस्त रहत थे दुखी जीव त्राहिम व त्राहिम की पुकार जब कीव [Verse 3] लंबोदर पीतांबर फ़णीचर मनिराज मुंदमाल माल मुक्तन विधा विराट [Chorus] जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
[Instrumental]
Kārtika māsamulō kīrti gānaṁ pallavi: Kārtika māsamulō kīrti gānaṁ bhakti dīpamulatō ārādhana śivuni kr̥patō jīvana mārgaṁ hariharulaku samarpaṇaṁ manasu taraṁ caraṇaṁ 1: Sandhyā vēḷalō lēta dīpālu nadī tīrālapai pāḍē gītālu tulasi vanamulō haricintana pavitra kṣaṇamīda bhuviki varamula Pallavi: Kārtika māsamulō kīrti gānaṁ bhakti dīpamulatō ārādhana śivuni kr̥patō jīvana mārgaṁ hariharulaku samarpaṇaṁ manasu taraṁ caraṇaṁ 2: Ākukūra lāgē kārtika vrataṁ nitya karmalatō prēraṇa talapistundi dīpamantaṭā velugulu nimpaga puṇyadhāraṇaku sākṣyamistundi kālaṁ Pallavi: Kārtika māsamulō kīrti gānaṁ bhakti dīpamulatō ārādhana śivuni kr̥patō jīvana mārgaṁ hariharulaku samarpaṇaṁ manasu taraṁ caraṇaṁ 3: Annadānaṁ cēsi ātma tr̥pti dātr̥tvamē satkarma sampatti gōpūja cēsi puṇyaṁ pondaga satya mārgamēdē śānti bāṭagā
[Verse] गुरु घासीदास तेरी महिमा सब गाते हैं मिलकर सच्चाई का पथ दिखलाया हम सबको संग लेकर [Verse 2] तेरी शिक्षा से जीवन में उजियारा फैलाएं तेरे चरणों में शीश झुकाकर ये गीत हम गाएं [Chorus] जय जय गुरु घासीदास तेरा गुणगान करें हम तेरी राहों पर चलकर सब बंधन तोड़ें हम [Verse 3] मन में लाओ सच्चाई को दूर करो अंधेरा गुरु घासीदास का नाम लें उठे नया सवेरा [Bridge] तेरी बातें अमृत सी हैं हमको राह दिखाएं तेरे आदर्शों पर चलकर हमें सुकून मिलें [Chorus] जय जय गुरु घासीदास तेरा गुणगान करें हम तेरी राहों पर चलकर सब बंधन तोड़ें हम
Glory of Karthika Masam Chorus In Karthika Masam, we sing your praise, With lamps of devotion, our hearts we raise. Shiva’s grace guides our life’s way, To Hari and Hara, we humbly pray. Verse 1: At twilight’s hour, we light the flame, On riverbanks, we chant your name. Amid tulsi groves, we find our peace, This holy time brings our souls release. Chorus In Karthika Masam, we sing your praise, With lamps of devotion, our hearts we raise. Shiva’s grace guides our life’s way, To Hari and Hara, we humbly pray. Through daily vows, we purify, In simple acts, we sanctify. The light of lamps fills the night, Spreading blessings, pure and bright. In Karthika Masam, we sing your praise, With lamps of devotion, our hearts we raise. Shiva’s grace guides our life’s way, To Hari and Hara, we humbly pray. By feeding all, we earn great merit, In giving, we gain a selfless spirit. Through cow worship, blessings flow, On paths of truth, our hearts will grow. In Karthika Masam, we sing your praise, With lamps of devotion, our hearts we raise. Shiva’s grace guides our life’s way, To Hari and Hara, we humbly pray.
ओ मुरलीधर प्यारे, मोहे दर्शन दो न्यारे। श्याम सांवरे मनमोहन, मेरे जीवन के सहारे। यमुना के तट पर ठहरो, जहां बजती बंसी तुम्हारी। गोपियाँ घेरें प्रेम से, करती हैं जय-जयकार तुम्हारी। प्रीत का यह संगम लाओ, मोहे अपनी राह पुकारे। ओ मुरलीधर प्यारे, मोहे दर्शन दो न्यारे। गिरिधर गोकुल के राजा, सुदर्शन चक्र धारी। राधा के संग की बातें, सब जग को लगती प्यारी। हर लो सारे दुःख हमारे, जो मन को यूं विचारे। ओ मुरलीधर प्यारे, मोहे दर्शन दो न्यारे। गीता के ज्ञान के सागर, तुम ही जीवन का सार। ध्यान तुम्हारा जिसने किया, मिटा अज्ञान का अंधकार। कृपा करो, हे गोविंदा, तुम हो मेरे जीवन के सहारे। ओ मुरलीधर प्यारे, मोहे दर्शन दो न्यारे। मधुबन में फिर आओ, धुन सुनाओ बंसी की। भक्त तुम्हारे तरसें, करुणा बरसाओ कृष्णा जी। हर युग में आकर तुमने, भक्तों को है संभारे। ओ मुरलीधर प्यारे, मोहे दर्शन दो न्यारे। श्याम तुम ही जीवन के दीपक, मोहे राह दिखाओ प्यारे। ओ मुरलीधर प्यारे, मोहे दर्शन दो न्यारे।