ओम नमो जगत् के स्रष्टा, ब्रह्म देव तुम शरण मेरे। जगतगुरु, ज्ञान के सागर, वाणी के आधार तुम ही। सरस्वती वंदना गाएँ, वीणा की झंकार बने। शब्दों की ज्योति प्रकटाएँ, अमृत सा हर स्वार बने। विष्णु के ह्रदय से प्रकटे, ब्रह्मांड के निर्माता। सृष्टि की हर रचना में है, ब्रह्म तुम्हारा वास। मूल प्रकृति, कारण जग के, तुम से सृजन हुआ। सत्य, तप और ध्यान के बल से, जीवन का ज्ञान मिला। वीणा वादिनी, सरस्वती माँ, वाणी की देवी हो। ज्ञान, शुद्धता और कला की, साक्षात् प्रतिमूर्ति हो। ब्रह्म लोक के महाराज, तुमने ही रचा संसार। पंचतत्व की रचना कर, दिया हमें आधार। माँ सरस्वती, वीणा की धुन, बहाए ज्ञान की गंगा। विद्या की देवी, कृपा करो, मिटे अज्ञान का अंधकार। जय ब्रह्म देव, जय सरस्वती, चिर गुणगान हो तुम्हारा। ज्ञान के प्रकाश से आलोकित, सारा ब्रह्मांड हमारा। तुम हो सृष्टि, तुम ही प्रेरणा, सबके अंतर में हो। नमन तुम्हें, वंदन तुम्हें, चरणों में अर्पण हो। ओम नमः सरस्वत्यै, ओम नमः ब्रह्मणे। ज्ञान दीप जलाते रहो, भक्ति का संचार करो। वीणा, पुस्तक, माला संग, आशीर्वाद दो अपना। हे ब्रह्मा, हे सरस्वती, तुमसे ही जग सजीव बना।
Indian classical sangeet, veena, flute, classical dance music
Hindi
The lyrics evoke feelings of reverence, peace, and spiritual devotion. It inspires a sense of connection to the divine and promotes inner tranquility, suggesting an uplifting and enlightening experience.
This song can be performed during religious ceremonies, spiritual gatherings, meditation sessions, and classical dance shows. It would be suitable for events that focus on enlightenment, education, and cultural celebration.
The song features traditional Indian musical elements, incorporating instruments like the veena and flute, which are characteristic of Indian classical music. It utilizes rhythmic patterns and melodic structures that align with classical ragas, enhancing the lyrical themes of knowledge and spirituality.
यदि यहोवा भवन न बनाए, तो निर्माण व्यर्थ हो जाए। यदि यहोवा रक्षा न करे, तो पहरेदार जाग कर क्या पाए? सब कुछ तेरे हाथों में है, प्रभु, तेरा नाम महान है। जो कुछ भी पाया, वो तेरा दान है, हम बस तेरी महिमा का गान हैं। सुबह जल्दी उठना, देर रात जागना, कड़ी मेहनत से रोटी कमाना। पर प्रभु अपने प्रियजनों को, मीठी नींद में विश्राम दिलाता। सब कुछ तेरे हाथों में है, प्रभु, तेरा नाम महान है। जो कुछ भी पाया, वो तेरा दान है, हम बस तेरी महिमा का गान हैं। संतान तेरे आशीर्वाद का फल है, वो जीवन का सच्चा वरदान है। वे वीर योद्धा के हाथों में तीर जैसे, उनसे भरी तरकश को तू धनवान कहे। धन्य है वो परिवार, प्रभु जिनका सहारा है, उनके जीवन में सदा तेरा उजियारा है। कोई शत्रु द्वार पर आकर कुछ न कह सके, प्रभु, तेरी महिमा में हर हृदय झुके। तो हे प्रभु, हमें सिखा, तेरे भरोसे जीवन जीना। सब कुछ तेरे चरणों में समर्पित कर, तेरा अनुग्रह सदा गाना।
ओम नमो जगत् के स्रष्टा, ब्रह्म देव तुम शरण मेरे। जगतगुरु, ज्ञान के सागर, वाणी के आधार तुम ही। सरस्वती वंदना गाएँ, वीणा की झंकार बने। शब्दों की ज्योति प्रकटाएँ, अमृत सा हर स्वार बने। विष्णु के ह्रदय से प्रकटे, ब्रह्मांड के निर्माता। सृष्टि की हर रचना में है, ब्रह्म तुम्हारा वास। मूल प्रकृति, कारण जग के, तुम से सृजन हुआ। सत्य, तप और ध्यान के बल से, जीवन का ज्ञान मिला। वीणा वादिनी, सरस्वती माँ, वाणी की देवी हो। ज्ञान, शुद्धता और कला की, साक्षात् प्रतिमूर्ति हो। ब्रह्म लोक के महाराज, तुमने ही रचा संसार। पंचतत्व की रचना कर, दिया हमें आधार। माँ सरस्वती, वीणा की धुन, बहाए ज्ञान की गंगा। विद्या की देवी, कृपा करो, मिटे अज्ञान का अंधकार। जय ब्रह्म देव, जय सरस्वती, चिर गुणगान हो तुम्हारा। ज्ञान के प्रकाश से आलोकित, सारा ब्रह्मांड हमारा। तुम हो सृष्टि, तुम ही प्रेरणा, सबके अंतर में हो। नमन तुम्हें, वंदन तुम्हें, चरणों में अर्पण हो। ओम नमः सरस्वत्यै, ओम नमः ब्रह्मणे। ज्ञान दीप जलाते रहो, भक्ति का संचार करो। वीणा, पुस्तक, माला संग, आशीर्वाद दो अपना। हे ब्रह्मा, हे सरस्वती, तुमसे ही जग सजीव बना।
हे प्रभु, मुझ पर दया कर अपनी अनंत कृपा से, मेरे पापों को धो दे अपनी अपार करुणा से। मेरे दोषों को दूर कर, मेरा हृदय शुद्ध कर, मेरे पापों को मुझसे दूर कर, मुझे नया जीवन दे भर। पाप में जन्मा हूँ मैं, लेकिन तू है पवित्र प्रभु, मेरे भीतर सत्य की शिक्षा दे, मेरी आत्मा को कर साफ़। मेरे मन को निर्मल कर, मुझे श्वेत बर्फ सा बना, तेरी राह में चलने का मुझे तू साहस दिला। हे प्रभु, एक निर्मल हृदय मुझमें रच, तेरी पवित्र आत्मा को मुझसे दूर न कर। तेरे उद्धार का आनंद मुझे फिर से प्रदान कर, तेरी राहों पर मैं सदा आगे बढ़ता चलूँ। तब मैं औरों को भी तेरी राह दिखाऊँगा, तू मुझे क्षमा कर, मैं तेरा गुणगान करूँगा। हे प्रभु, तूने जो मुझे नया जीवन दिया, उसके लिए सदा मैं तेरा आभार जताऊँगा।
यदि यहोवा भवन न बनाए, तो निर्माण व्यर्थ हो जाए। यदि यहोवा रक्षा न करे, तो पहरेदार जाग कर क्या पाए? सब कुछ तेरे हाथों में है, प्रभु, तेरा नाम महान है। जो कुछ भी पाया, वो तेरा दान है, हम बस तेरी महिमा का गान हैं। सुबह जल्दी उठना, देर रात जागना, कड़ी मेहनत से रोटी कमाना। पर प्रभु अपने प्रियजनों को, मीठी नींद में विश्राम दिलाता। सब कुछ तेरे हाथों में है, प्रभु, तेरा नाम महान है। जो कुछ भी पाया, वो तेरा दान है, हम बस तेरी महिमा का गान हैं। संतान तेरे आशीर्वाद का फल है, वो जीवन का सच्चा वरदान है। वे वीर योद्धा के हाथों में तीर जैसे, उनसे भरी तरकश को तू धनवान कहे। धन्य है वो परिवार, प्रभु जिनका सहारा है, उनके जीवन में सदा तेरा उजियारा है। कोई शत्रु द्वार पर आकर कुछ न कह सके, प्रभु, तेरी महिमा में हर हृदय झुके। तो हे प्रभु, हमें सिखा, तेरे भरोसे जीवन जीना। सब कुछ तेरे चरणों में समर्पित कर, तेरा अनुग्रह सदा गाना।
आकाश प्रभु की महिमा को प्रकट करते हैं, उसके हाथों के कामों को आकाश गाता है। रात और दिन, वे ज्ञान की बानी बाँटते, वो कहते हैं प्रभु की महिमा के बारे में बिना शब्दों के। सूरज का तेज़ जैसे वरदान है उसका, आकाश में दौड़ता जैसे नवविवाहित वर। सारी पृथ्वी पर उसका प्रकाश फैलता है, उसके ताप से कोई बच नहीं पाता है। प्रभु की व्यवस्था पवित्र और परिपूर्ण है, जो आत्मा को जीवन देती और मन को आनंदित करती है। उसके उपदेश सच और न्यायपूर्ण हैं, जो सरल हृदय को भी समझाने योग्य हैं। तेरा वचन मेरे जीवन की ज्योति है, तेरी राहों पर मुझे सुरक्षित ले चलता है। तेरी आज्ञाओं से बढ़कर कुछ भी नहीं है, सोना और शहद से भी मधुर है तेरा वचन।
[Verse] Sa liwanag ng krus ako'y naglalakbay Sa biyaya ng Diyos tayo'y bumabangong tunay Sa bawat hakbang puso'y nagtatanong Paano ba mabuhay nang may pusong dalisay [Verse 2] Sa gitna ng dilim tayo'y umaasa Ang gabay ng Diyos tayo'y lumalakas Sa bawat pagsubok na ating tinatahak Buhay na matuwid atin ngang sukatin [Chorus] Pamumuhay Kristiyano sa diwa'y magtagumpay Pangako ni Kristo kailanma'y di magmamaliw Sa bawat sandali Siya'y kapiling natin Buhay at pananampalataya'y laging magkaakbay [Verse 3] Biyaya ng Diyos ay laging sariwa Sa lupa noh tadhana'y tanging pook na Landas ng kapayapaan atin ngang tatahakin Pamumuhay ng may liwanag Dito tayo mananatili [Bridge] Pagsubok man ay dumaan hindi tayo susuko Sa bawat dalangin Siya'y ating kasama Pag-ibig ng Diyos sa buhay ang gabay Pamumuhay Kristiyano sa Diyos ay alay [Chorus] Pamumuhay Kristiyano sa diwa'y magtagumpay Pangako ni Kristo kailanma'y di magmamaliw Sa bawat sandali Siya'y kapiling natin Buhay at pananampalataya'y laging magkaakbay
**शांति, चंगा करने और नींद की प्रार्थना** *(बाइबल की आयतों पर आधारित - विश्वास और आशा के लिए)* --- #### **पहला अंतरा** जब दिन ढले और अंधेरा छा जाए, मैं अपनी आँखें ऊँचे पर्वत की ओर उठाऊं। "वो अपने प्रियजनों को नींद देता है," मैं गाऊं, उसकी पंखों की छांव में मैं ठहरूं। *(भजन 127:2, भजन 91:4)* --- #### **सहगान** शांति का दरिया, मेरे मन में बह जाए, यीशु के हाथों से चंगाई आ जाए। "शांत हो और जानो," मेरा हृदय कहे, उसकी दया हर सुबह नई रहे। *(भजन 46:10, विलापगीत 3:22-23)* --- #### **दूसरा अंतरा** जब मैं गहरी घाटियों से होकर चलूं, उसकी छड़ी और लाठी मेरी रक्षा करें। "मैं किसी बुराई से न डरूंगा," उसकी ज्योति दिखाए, उसके वादे सदा मेरे संग आए। *(भजन 23:4, यशायाह 41:10)* --- #### **सेतु** "मेरे पास आओ," उद्धारकर्ता पुकारते हैं, "मैं तुम्हें विश्राम दूंगा, हर दर्द में।" थके हुए को नई शक्ति मिलती है, उसके प्रेम की बाहों में प्रार्थना खिलती है। *(मत्ती 11:28, यशायाह 40:31)* --- #### **सहगान** शांति का दरिया, मेरे मन में बह जाए, यीशु के हाथों से चंगाई आ जाए। "शांत हो और जानो," मेरा हृदय कहे, उसकी दया हर सुबह नई रहे। *(भजन 46:10, विलापगीत 3:22-23)* --- #### **तीसरा अंतरा** जब सुबह नई आशा लेकर आए, मैं उस विश्वास का गीत गाऊं। "यहोवा मेरा चरवाहा है," मैं कहूं, उसका नाम सदा वफादार रहे। *(भजन 23:1, भजन 89:1)* --- #### **अंतिम पंक्तियां** तो मैं अपने को उसकी पूर्ण शांति में सुला दूं, विश्वास के गीत में, डर को मिटा दूं। "उसके हाथों की हथेली में," मैं प्रार्थना करूं, चंगाई और विश्राम, जब तक भोर न हो। *(यशायाह 49:16, भजन 4:8)*
[Verse] हे प्रभु मुझ पर दया कर अपनी अनंत कृपा से मेरे पापों को धो दे अपनी अपार करुणा से [Verse 2] मेरे दोषों को दूर कर मेरा हृदय शुद्ध कर मेरे पापों को मुझसे दूर कर मुझे नया जीवन दे भर [Chorus] मैं पाप में जन्मा हूं तुम्हारी राह दिखा तुम्हारे प्रेम में मुझे बस जाने दो [Verse 3] तू ही मेरा सहारा है मेरी मुश्किलें आसान कर अंधेरों में रोशनी दे तू ही सच्चा भगवान है [Bridge] तेरी कृपा के बिना जीवन है अधूरा भर दे मुझे अपने प्रेम से ओ भगवन [Chorus] मैं पाप में जन्मा हूं तुम्हारी राह दिखा तुम्हारे प्रेम में मुझे बस जाने दो
हे प्रभु, तू मुझे जानता है, मेरी हर राह से वाकिफ है, तू मेरे उठने-बैठने को भी देखता है, मेरा हर विचार तेरी नजर में है। मेरी जीभ पर जो शब्द नहीं आया, वो भी पहले ही तूने जान लिया। तू मुझे चारों ओर से घेरे है, अपनी हाथ की छाया से, तेरी उपस्थिति से मैं कहाँ जाऊँ, कहाँ छिपाऊँ अपने अस्तित्व को? यदि स्वर्ग में चढ़ूँ, तू वहाँ है, यदि पाताल में उतरूँ, तब भी तू वहीं है। यदि भोर की पंखों पर मैं उड़ जाऊँ, या समुद्र के पार भी जा छिपूँ, तब भी तेरा हाथ मुझे थामेगा, तेरी दाहिनी हाथ की सुरक्षा मुझे सदा संभालेगा। तूने मुझे अद्भुत तरीके से रचा है, तेरी कारीगरी मेरी आत्मा को भलीभाँति ज्ञात है। मेरे जन्म से पहले के हर दिन, तेरी पुस्तक में पहले ही लिखे गए हैं।
हे प्रभु, तू मुझे जानता है, मेरी हर राह से वाकिफ है, तू मेरे उठने-बैठने को भी देखता है, मेरा हर विचार तेरी नजर में है। मेरी जीभ पर जो शब्द नहीं आया, वो भी पहले ही तूने जान लिया। तू मुझे चारों ओर से घेरे है, अपनी हाथ की छाया से, तेरी उपस्थिति से मैं कहाँ जाऊँ, कहाँ छिपाऊँ अपने अस्तित्व को? यदि स्वर्ग में चढ़ूँ, तू वहाँ है, यदि पाताल में उतरूँ, तब भी तू वहीं है। यदि भोर की पंखों पर मैं उड़ जाऊँ, या समुद्र के पार भी जा छिपूँ, तब भी तेरा हाथ मुझे थामेगा, तेरी दाहिनी हाथ की सुरक्षा मुझे सदा संभालेगा। तूने मुझे अद्भुत तरीके से रचा है, तेरी कारीगरी मेरी आत्मा को भलीभाँति ज्ञात है। मेरे जन्म से पहले के हर दिन, तेरी पुस्तक में पहले ही लिखे गए हैं।
प्रभु का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है, उसकी करूणा सदा के लिए अमर है। सर्वशक्तिमान परमेश्वर को धन्यवाद करो, उसकी दया और कृपा हमेशा हमारे साथ है। जो अद्भुत काम करता है अकेला, उसकी करूणा सदा के लिए स्थिर है। जिसने आकाश को अपने ज्ञान से रचा, उसकी दया से जगत चलता है सदा। प्रभु ने भूमि को गहरे सागर पर स्थापित किया, उसकी करुणा और शक्ति अपरिमित है। जिसने सूर्य, चाँद, और तारों को बनाया, दिन और रात की जोत उसने जग में जलाया। हर संकट में हमें उसने उबारा, उसकी करुणा सदा के लिए हमारा सहारा। हमें विपत्तियों से बचाकर विजय दिलाई, उसकी करूणा सदा हमारे लिए बनाई।