खाटू वाले मुझे बुलाले,भक्ति मेरी गले लगाले, ओ बाबा खाटू वाले मुझे ओ बाबा खाटू वाले ओ लखदातारिया देखी जो शोखी तेरी शान की आँचल में भरली मैंने ख़ुशियाँ है सारी इस जहाँ की मिले जो तुम हम इतराए पाई ख़ुशी लुटाए ओ बाबा खाटू वाले, ओ बाबा खाटू वाले रूठे कभी जो तुम तो, वैसे ही बस मैं जान गया तभी तो दरश को तेरे मैं तो, फिर से खाटू में आ गया ऐसा दरश दिखाया बाबा मन को जो मेरे भा गया हे बाबा खाटू वाले हे बाबा खाटू वाले ओ मेरे सांवरिया रंग जो देखा तेरे अंग में रंग लगादे बाबा मुझको ही वो सब के संग मे भक्ति का रंग चढ़ गया ऐसा जिना मुश्किल हो गया है ओ बाबा खाटू वाले,ओ बाबा खाटू वाले, खाटू वाले मुझे बुला ले भक्ति मेरी गले लगाते खाटू वाले
Bhakti
Hindi
The song evokes a deep sense of devotion and love towards the deity Baba Khatu. It expresses feelings of longing, joy, and spiritual fulfillment, capturing the essence of a devotee's relationship with their divine figure.
This song is typically performed in places of worship, during religious festivals, or personal devotion sessions. It can also be used in community gatherings to foster a sense of spiritual unity and celebration among devotees.
The song features traditional devotional music elements, incorporating simple yet powerful melodic structures. It likely includes repetitive phrases to enhance the meditative quality of the lyrics, along with rhythmic patterns typical of devotional music, such as the use of harmonium, tabla, and possibly handclaps to engage the audience.
खाटू वाले मुझे बुलाले,भक्ति मेरी गले लगाले, ओ बाबा खाटू वाले मुझे ओ बाबा खाटू वाले ओ लखदातारिया देखी जो शोखी तेरी शान की आँचल में भरली मैंने ख़ुशियाँ है सारी इस जहाँ की मिले जो तुम हम इतराए पाई ख़ुशी लुटाए ओ बाबा खाटू वाले, ओ बाबा खाटू वाले रूठे कभी जो तुम तो, वैसे ही बस मैं जान गया तभी तो दरश को तेरे मैं तो, फिर से खाटू में आ गया ऐसा दरश दिखाया बाबा मन को जो मेरे भा गया हे बाबा खाटू वाले हे बाबा खाटू वाले ओ मेरे सांवरिया रंग जो देखा तेरे अंग में रंग लगादे बाबा मुझको ही वो सब के संग मे भक्ति का रंग चढ़ गया ऐसा जिना मुश्किल हो गया है ओ बाबा खाटू वाले,ओ बाबा खाटू वाले, खाटू वाले मुझे बुला ले भक्ति मेरी गले लगाते खाटू वाले
जब से मैं शिव तुम्हारी, भक्ति में खो गया हूँ। त्यागा है ज़माने को, बस शिव का हो गया हूँ। तुम देवो के देवो हो, ना करते किसी में भेद हो। तुम दिल पे सबके राज करो, तुम सबके बिगड़े काज करो। हाथ में उनके डमरू है, और शीश पे रहता चाँद सदा। गले में उनके वासुकी है, और रटते रहते राम सदा। जब से मैं शिव तुम्हारी, भक्ति में खो गया हूँ। त्यागा है ज़माने को, बस शिव का हो गया हूँ। तुम कालो के काल हो, जब रखते रूप विकराल हो। तुम पशुपति, तुम दीनानाथ, तुम देते प्रभु सबका साथ। मैं जब भी हारा इस जग से, मुझे दिया सहारा बस शिव ने। मैंने कुछ भी ना माँगा है उनसे, फिर भी सब दे दाला है शिव ने। जब से मैं शिव तुम्हारी, भक्ति में खो गया हूँ। त्यागा है ज़माने को, बस शिव का हो गया हूँ। भोले तुम बहुत ही भोले हो, हर राह खुशी की खोले हो। बस जल से खुश हो जाते तुम, भटके को दिशा दिखाते तुम। जब से कुनाल तुम्हारी, भक्ति में खो गया है। त्यागा है ज़माने को, बस शिव का हो गया है।
Jai hanuman gyaan gun sagar, Jai kapees teeno lok ujagar
सुर में सुर मिलाओ, जय-जय गाओ, यीशु मसीह का नाम लेके आओ। (1) उत्पत्ति में वह महिला का बीज है, निर्गमन में फसह का मेम्ना अतीत है। लैव्यवस्था में वह बलि का बकरा है, गिनतियों में बादल का वो स्तंभ है। हर श्वास में वो बसा हुआ है, हर पुस्तक में वो लिखा हुआ है। (2) व्यवस्थाविवरण में वह मूसा का वचन, यहोशू में उद्धार का अनमोल रतन। न्यायियों में वह न्याय देने वाला है, रूथ में रिडीमर जो हमें सम्हालता है। हर युग में उसका चमत्कार है, हर समय में वही आधार है। (3) एज्रा में वह पुनर्निर्माण करता है, एस्तेर में अधिवक्ता बनता है। अय्यूब में है वह हमारा रिडीमर, भजन में चरवाहा, प्रेम का जीवन-स्तंभ। उसके प्रेम का सागर गहरा है, हर किताब में उसका चेहरा है। (4) यशायाह में सेवक जो पीड़ा झेलता है, यिर्मयाह में वह धर्मी जो न्याय देता है। दानियल में वह आग में संग चलने वाला, होशे में पापी से शादी करने वाला। हर शब्द में उसकी गवाही है, हर अध्याय में उसकी छवि छाई है। (5) मत्ती में वह इमैनुएल कहलाता, मरकुस में परमेश्वर का पुत्र दिखलाता। लूका में माँ मरियम का लाल, यूहन्ना में वह जीवन का भव्य हाल। सत्य और प्रेम का वह गीत है, हर दिल में वो पवित्र मीत है। (6) प्रेरितों में वह दुनिया का उद्धारक, रोमियों में परमेश्वर की धार्मिकता का कारक। कुलुसियों में वह सबकी पूर्णता, इफिसियों में चर्च का प्रमुखता। हर मानव का जो उद्धार करे, हर कष्ट को वो दूर करे। (7) प्रकाशितवाक्य में आने वाला राजा है, जीवन का सच्चा परम पूज्य वाहक है। फर्स्ट एंड लास्ट, सबका वो आधार, सृष्टि का मालिक, वही जीवन का सार। हर किताब का नायक वही है, हर ह्रदय में उसका बसेरा यही है। (सामूहिक समापन) गाओ जय-जय, यीशु का नाम लो, प्रेम और सत्य की ज्योति जलाओ। हर किताब में उसकी झलक है, हर जीवन में वही चमक है। यीशु मसीह हर जगह है, प्रेम, शक्ति, और सदा है।
*Aye zuljanaha bus ab aakhri sawari hai* *Shaeed Ho Gaye ab sb humari bari hai* *Humra sath har gam per diya tumne har EK farz Ada bakhuda kiya tumne masale ale Nabi se wafa tumhari Hai*
[Verse] यहोवा शालोम मेरा शांति स्त्रोत है यहोवा जिरेह मेरी हर जरूरत है यहोवा निसी मेरी विजय का ध्वज है यहोवा रोफेह जो रोग हरता है [Chorus] याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में छुपी है उसकी महिमा याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में है उसकी करुना [Verse 2] यहोवा राहा मेरा चरवाहा है यहोवा त्सीकेनू धर्मी प्रभु है यहोवा समाह मेरा रक्षा कवच है यहोवा एलशद्दाई महा प्रभुत्व का स्वरूप है [Chorus] याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में छुपी है उसकी महिमा याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में है उसकी करुना [Bridge] यहोवा शम्मा हर जगह वह है यहोवा सल्ले हमे लड़ाई से बचा ले यहोवा अडोनाय प्रभु सर्वशक्तिमान है यहोवा मकेश जो हमे पवित्र करता है [Chorus] याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में छुपी है उसकी महिमा याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में है उसकी करुना
[Verse] بے کس کا آسرا ہے مدینہ حضور کا پھر جا رہے ہیں اہل محبت کے قافلے [Chorus] تسکین جاں ہے راحت دل وجہ انبساط ہر درد کی دوا ہے مدینہ حضور کا [Verse 2] پھر یاد آ رہا ہے مدینہ حضور کا نبیوں میں جیسے افضل و اعلی ہیں [Chorus] دل میں بسا ہوا ہے مدینہ حضور کا ہر گوشہ میں نوا ہے مدینہ حضور کا [Bridge] ایک نور کی روشنی میں ڈوبا ہوا ہے اسوہء حسنہ میں چھپا ہے مدینہ حضور کا [Chorus] تسکین جاں ہے راحت دل وجہ انبساط ہر درد کی دوا ہے مدینہ حضور کا
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि बरनऊं रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन कुमार बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार जय हनुमान ज्ञान गुन सागर जय कपीस तिहुं लोक उजागर रामदूत अतुलित बल धामा अंजनि पुत्र पवनसुत नामा महाबीर बिक्रम बजरंगी कुमति निवार सुमति के संगी कंचन बरन बिराज सुबेसा कानन कुंडल कुंचित केसा हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै कांधे मूंज जनेऊ साजै संकर सुवन केसरीनंदन तेज प्रताप महा जग बन्दन विद्यावान गुनी अति चातुर राम काज करिबे को आतुर प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया राम लखन सीता मन बसिया सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा बिकट रूप धरि लंक जरावा भीम रूप धरि असुर संहारे रामचंद्र के काज संवारे लाय सजीवन लखन जियाये श्रीरघुबीर हरषि उर लाये रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई सहस बदन तुम्हरो जस गावैं अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा नारद सारद सहित अहीसा जम कुबेर दिगपाल जहां ते कबि कोबिद कहि सके कहां ते तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा राम मिलाय राज पद दीन्हा तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना लंकेस्वर भए सब जग जाना जुग सहस्र जोजन पर भानू लील्यो ताहि मधुर फल जानू प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं जलधि लांघि गये अचरज नाहीं दुर्गम काज जगत के जेते सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते राम दुआरे तुम रखवारे होत न आज्ञा बिनु पैसारे सब सुख लहै तुम्हारी सरना तुम रक्षक काहू को डर ना आपन तेज सम्हारो आपै तीनों लोक हांक तें कांपै भूत पिसाच निकट नहिं आवै महाबीर जब नाम सुनावै नासै रोग हरै सब पीरा जपत निरंतर हनुमत बीरा संकट तें हनुमान छुड़ावै मन क्रम बचन ध्यान जो लावै सब पर राम तपस्वी राजा तिन के काज सकल तुम साजा और मनोरथ जो कोई लावै सोइ अमित जीवन फल पावै चारों जुग परताप तुम्हारा है परसिद्ध जगत उजियारा साधु संत के तुम रखवारे असुर निकंदन राम दुलारे अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता अस बर दीन जानकी माता राम रसायन तुम्हरे पासा सदा रहो रघुपति के दासा तुम्हरे भजन राम को पावै जनम-जनम के दुख बिसरावै अन्तकाल रघुबर पुर जाई जहां जन्म हरि भक्त कहाई और देवता चित्त न धरई हनुमत सेइ सर्ब सुख करई संकट कटै मिटै सब पीरा जो सुमिरै हनुमत बलबीरा जै जै जै हनुमान गोसाईं कृपा करहु गुरुदेव की नाईं जो सत बार पाठ कर कोई छूटहि बंदि महा सुख होई जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा होय सिद्धि साखी गौरीसा तुलसीदास सदा हरि चेरा कीजै नाथ हृदय मंह डेरा कीजै नाथ हृदय मंह डेरा पवन तनय संकट हरन मंगल मूरति रूप राम लखन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप
मोर ध्वज लहराए, रुद्र रूप में आए, हनुमान जी ने प्रण लिया, राम का साथ निभाए। राम के चरणों में बसी, प्रीति अनमोल, संग राम के बढ़े, हनुमान की शौर्य-गाथा बोल। राम के चरणों में बसा है, हनुमान का प्रेम, शक्ति के साथ भक्ति, उनकी एक ही सरीके से है Neem! राम के बिना कुछ भी नहीं, हनुमान का मन बसा, जो राम के भक्त बने, वही पाए सच्चा सुख। धरती से आकाश तक, हर दिशा में गूंजे, राम का नाम जपते हुए, हनुमान नृत्य कर रहे। लंका में आग लगाई, सिता की खोज लगाई, राम के संदेश को, हनुमान ने हर जगह पहुँचाया। राम के चरणों में बसा है, हनुमान का प्रेम, शक्ति के साथ भक्ति, उनकी एक ही तरीके से है Neem! राम के बिना कुछ भी नहीं, हनुमान का मन बसा, जो राम के भक्त बने, वही पाए सच्चा सुख।
(Godly Deep Voice Chorus) जय हनुमान ज्ञान गुन सागर जय कपीस तिहुं लोक उजागर रामदूत अतुलित बल धामा अंजनि पुत्र पवनसुत नामा (Godly Verse) महाबीर बिक्रम बजरंगी कुमति निवार सुमति के संगी कंचन बरन बिराज सुबेसा कानन कुंडल कुंचित केसा हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै कांधे मूंज जनेऊ साजै संकर सुवन केसरीनंदन तेज प्रताप महा जग बन्दन
पापी हु मैं भटका हुआ घुटनो पे बैठा हूँ आज, कर दे ना मुझपे अपने खुदा करुणा की बरसात खोया हुआ हूँ मोह में दुनिया की मैं प्रभु भटका हुआ था प्रेम से तेरे मैं तो प्रभु तू ही है एक सहारा मेरा जाऊ अब किसके पास पापी हु मैं भटका हुआ घुटनो पे बैठा हूँ आज कर दे ना मुझपे अपने खुदा करुणा की बरसात
மீட்பரின் சத்தம் கேட்கின்றதே மீட்டிடும் சத்தம் கேட்கின்றதே