Jai hanuman gyaan gun sagar, Jai kapees teeno lok ujagar
Devotional hindu
Sanskrit
Reverent and uplifting
Religious ceremonies, spiritual gatherings, and personal meditation
Incorporates traditional Indian instruments such as tabla and harmonium, using call-and-response patterns to enhance devotional fervor.
खाटू वाले मुझे बुलाले,भक्ति मेरी गले लगाले, ओ बाबा खाटू वाले मुझे ओ बाबा खाटू वाले ओ लखदातारिया देखी जो शोखी तेरी शान की आँचल में भरली मैंने ख़ुशियाँ है सारी इस जहाँ की मिले जो तुम हम इतराए पाई ख़ुशी लुटाए ओ बाबा खाटू वाले, ओ बाबा खाटू वाले रूठे कभी जो तुम तो, वैसे ही बस मैं जान गया तभी तो दरश को तेरे मैं तो, फिर से खाटू में आ गया ऐसा दरश दिखाया बाबा मन को जो मेरे भा गया हे बाबा खाटू वाले हे बाबा खाटू वाले ओ मेरे सांवरिया रंग जो देखा तेरे अंग में रंग लगादे बाबा मुझको ही वो सब के संग मे भक्ति का रंग चढ़ गया ऐसा जिना मुश्किल हो गया है ओ बाबा खाटू वाले,ओ बाबा खाटू वाले, खाटू वाले मुझे बुला ले भक्ति मेरी गले लगाते खाटू वाले
जब से मैं शिव तुम्हारी, भक्ति में खो गया हूँ। त्यागा है ज़माने को, बस शिव का हो गया हूँ। तुम देवो के देवो हो, ना करते किसी में भेद हो। तुम दिल पे सबके राज करो, तुम सबके बिगड़े काज करो। हाथ में उनके डमरू है, और शीश पे रहता चाँद सदा। गले में उनके वासुकी है, और रटते रहते राम सदा। जब से मैं शिव तुम्हारी, भक्ति में खो गया हूँ। त्यागा है ज़माने को, बस शिव का हो गया हूँ। तुम कालो के काल हो, जब रखते रूप विकराल हो। तुम पशुपति, तुम दीनानाथ, तुम देते प्रभु सबका साथ। मैं जब भी हारा इस जग से, मुझे दिया सहारा बस शिव ने। मैंने कुछ भी ना माँगा है उनसे, फिर भी सब दे दाला है शिव ने। जब से मैं शिव तुम्हारी, भक्ति में खो गया हूँ। त्यागा है ज़माने को, बस शिव का हो गया हूँ। भोले तुम बहुत ही भोले हो, हर राह खुशी की खोले हो। बस जल से खुश हो जाते तुम, भटके को दिशा दिखाते तुम। जब से कुनाल तुम्हारी, भक्ति में खो गया है। त्यागा है ज़माने को, बस शिव का हो गया है।
Jai hanuman gyaan gun sagar, Jai kapees teeno lok ujagar
सुर में सुर मिलाओ, जय-जय गाओ, यीशु मसीह का नाम लेके आओ। (1) उत्पत्ति में वह महिला का बीज है, निर्गमन में फसह का मेम्ना अतीत है। लैव्यवस्था में वह बलि का बकरा है, गिनतियों में बादल का वो स्तंभ है। हर श्वास में वो बसा हुआ है, हर पुस्तक में वो लिखा हुआ है। (2) व्यवस्थाविवरण में वह मूसा का वचन, यहोशू में उद्धार का अनमोल रतन। न्यायियों में वह न्याय देने वाला है, रूथ में रिडीमर जो हमें सम्हालता है। हर युग में उसका चमत्कार है, हर समय में वही आधार है। (3) एज्रा में वह पुनर्निर्माण करता है, एस्तेर में अधिवक्ता बनता है। अय्यूब में है वह हमारा रिडीमर, भजन में चरवाहा, प्रेम का जीवन-स्तंभ। उसके प्रेम का सागर गहरा है, हर किताब में उसका चेहरा है। (4) यशायाह में सेवक जो पीड़ा झेलता है, यिर्मयाह में वह धर्मी जो न्याय देता है। दानियल में वह आग में संग चलने वाला, होशे में पापी से शादी करने वाला। हर शब्द में उसकी गवाही है, हर अध्याय में उसकी छवि छाई है। (5) मत्ती में वह इमैनुएल कहलाता, मरकुस में परमेश्वर का पुत्र दिखलाता। लूका में माँ मरियम का लाल, यूहन्ना में वह जीवन का भव्य हाल। सत्य और प्रेम का वह गीत है, हर दिल में वो पवित्र मीत है। (6) प्रेरितों में वह दुनिया का उद्धारक, रोमियों में परमेश्वर की धार्मिकता का कारक। कुलुसियों में वह सबकी पूर्णता, इफिसियों में चर्च का प्रमुखता। हर मानव का जो उद्धार करे, हर कष्ट को वो दूर करे। (7) प्रकाशितवाक्य में आने वाला राजा है, जीवन का सच्चा परम पूज्य वाहक है। फर्स्ट एंड लास्ट, सबका वो आधार, सृष्टि का मालिक, वही जीवन का सार। हर किताब का नायक वही है, हर ह्रदय में उसका बसेरा यही है। (सामूहिक समापन) गाओ जय-जय, यीशु का नाम लो, प्रेम और सत्य की ज्योति जलाओ। हर किताब में उसकी झलक है, हर जीवन में वही चमक है। यीशु मसीह हर जगह है, प्रेम, शक्ति, और सदा है।
*Aye zuljanaha bus ab aakhri sawari hai* *Shaeed Ho Gaye ab sb humari bari hai* *Humra sath har gam per diya tumne har EK farz Ada bakhuda kiya tumne masale ale Nabi se wafa tumhari Hai*
[Verse] यहोवा शालोम मेरा शांति स्त्रोत है यहोवा जिरेह मेरी हर जरूरत है यहोवा निसी मेरी विजय का ध्वज है यहोवा रोफेह जो रोग हरता है [Chorus] याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में छुपी है उसकी महिमा याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में है उसकी करुना [Verse 2] यहोवा राहा मेरा चरवाहा है यहोवा त्सीकेनू धर्मी प्रभु है यहोवा समाह मेरा रक्षा कवच है यहोवा एलशद्दाई महा प्रभुत्व का स्वरूप है [Chorus] याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में छुपी है उसकी महिमा याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में है उसकी करुना [Bridge] यहोवा शम्मा हर जगह वह है यहोवा सल्ले हमे लड़ाई से बचा ले यहोवा अडोनाय प्रभु सर्वशक्तिमान है यहोवा मकेश जो हमे पवित्र करता है [Chorus] याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में छुपी है उसकी महिमा याद रखो यहोवा के नामों को हर नाम में है उसकी करुना
[Verse] بے کس کا آسرا ہے مدینہ حضور کا پھر جا رہے ہیں اہل محبت کے قافلے [Chorus] تسکین جاں ہے راحت دل وجہ انبساط ہر درد کی دوا ہے مدینہ حضور کا [Verse 2] پھر یاد آ رہا ہے مدینہ حضور کا نبیوں میں جیسے افضل و اعلی ہیں [Chorus] دل میں بسا ہوا ہے مدینہ حضور کا ہر گوشہ میں نوا ہے مدینہ حضور کا [Bridge] ایک نور کی روشنی میں ڈوبا ہوا ہے اسوہء حسنہ میں چھپا ہے مدینہ حضور کا [Chorus] تسکین جاں ہے راحت دل وجہ انبساط ہر درد کی دوا ہے مدینہ حضور کا
(Godly Deep Voice Chorus) जय हनुमान ज्ञान गुन सागर जय कपीस तिहुं लोक उजागर रामदूत अतुलित बल धामा अंजनि पुत्र पवनसुत नामा (Godly Verse) महाबीर बिक्रम बजरंगी कुमति निवार सुमति के संगी कंचन बरन बिराज सुबेसा कानन कुंडल कुंचित केसा हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै कांधे मूंज जनेऊ साजै संकर सुवन केसरीनंदन तेज प्रताप महा जग बन्दन
पापी हु मैं भटका हुआ घुटनो पे बैठा हूँ आज, कर दे ना मुझपे अपने खुदा करुणा की बरसात खोया हुआ हूँ मोह में दुनिया की मैं प्रभु भटका हुआ था प्रेम से तेरे मैं तो प्रभु तू ही है एक सहारा मेरा जाऊ अब किसके पास पापी हु मैं भटका हुआ घुटनो पे बैठा हूँ आज कर दे ना मुझपे अपने खुदा करुणा की बरसात
மீட்பரின் சத்தம் கேட்கின்றதே மீட்டிடும் சத்தம் கேட்கின்றதே
[Verse] मेरे आका ऐ रहमत पे लाखों सलाम ताजदारे रिसालत पे लाखों सलाम अंधेरी दुनिया में जब के उजाला हुआ आ गया नूर और सवेरा हुआ [Verse 2] काबा भी जुमके ऐ कहेंने लगा मुस्तफा की विलादत पे लाखों सलाम तमन्ना ए मूसा दिदारे की शान पैगम्बर की रहमत पे लाखों सलाम [Chorus] रुखसार नबी की वो प्यारी चमक देखकर हर दिल हुआ आशिकाना नूरानी चेहरा है कायनात का राज़ इस हुस्न पे लाखों सलाम भेजा [Bridge] यहाँ धरती भी गाई फरिश्तों का गीत नवाजिश का मंज़र हर समां में बसा हर दिल खुद ही हुआ रौशन यहाँ रहमत के तराने गाता है अब जहाँ [Verse 3] प्यार से भरे हैं उनके कदमों का निशा बख्शीश बेअंत है हर नज़र जहाँ ऊँची है बुलंदी उनके नाम से रखता है जो दिल में सच्ची अकीदत यहाँ [Chorus] रुखसार नबी की वो प्यारी चमक देखकर हर दिल हुआ आशिकाना नूरानी चेहरा है कायनात का राज़ इस हुस्न पे लाखों सलाम भेजा
नववर्ष 2025: भगवान शिव के जीवन में स्वागत प्रस्तावना: आदर और अभिवादन हे महादेव, कैलाशपति, त्रिपुरारी, नववर्ष 2025 का शुभारंभ आपके चरणों में। आपकी कृपा से यह वर्ष हो मंगलमय, आपके आशीर्वाद से हर जीव हो सुखी। शिव का स्वरूप और उनकी महिमा आपकी जटाओं में बहती गंगा, जो हर पाप को धो देती है। आपके माथे पर चमकता चंद्रमा, जो हर अंधकार को मिटा देता है। त्रिशूल है आपके हाथों में, जो सत्य और धर्म का प्रतीक है। डमरू की ध्वनि गूँजती है, जो सृष्टि का आरंभ करती है। आपके नयन से प्रकट होती अग्नि, जो अन्याय और बुराई को जलाती है। आपके कंठ में सर्पों का हार, जो जीवन और मृत्यु का संदेश देता है। नववर्ष 2025 का स्वागत हे शिव शंकर, नववर्ष का प्रथम दिन, आपकी आराधना से शुरू हो। आपकी कृपा से जीवन में आए, शांति, समृद्धि और सच्चाई का मार्ग। नववर्ष का हर क्षण, आपकी उपस्थिति का अनुभव कराए। हर दिशा में फैले आपकी महिमा, हर जीव के मन में बसे आपका नाम। शिव और प्रकृति का संबंध हे भोलेनाथ, आप प्रकृति के रक्षक, हर पेड़, हर नदी आपका प्रतीक। गंगा की धारा आपकी कृपा का संदेश, पर्वत और वन आपके ध्यान का स्थल। नववर्ष में प्रकृति का सम्मान करें, आपके आदर्शों पर चलकर इसे संरक्षित करें। हर पुष्प, हर पत्ता गाए आपकी स्तुति, आपकी ऊर्जा से हर प्राणी हो प्रफुल्लित। शिव की कृपा से नववर्ष की शुभकामनाएँ आपकी कृपा से हो हर कार्य सिद्ध, आपके आशीर्वाद से हो हर स्वप्न साकार। नववर्ष में हर मन में हो विश्वास, आपके चरणों में समर्पित हो हर प्रयास। त्रिनेत्र से आपकी दृष्टि, दिखाए सच्चाई का मार्ग। आपके आशीर्वाद से हर हृदय, हो प्रेम और करुणा से परिपूर्ण। नववर्ष के लिए प्रार्थना हे शिव, नववर्ष में हमें शक्ति दें, धर्म, सत्य और न्याय का पालन करें। आपकी भक्ति से हर बाधा हटे, हर मार्ग में प्रकाश की किरण फूटे। शिव, आप ही हमारे मार्गदर्शक, आपके बिना सब कुछ अधूरा। नववर्ष में आपका आशीर्वाद, हर जीवन को बनाए परिपूर्ण। शिव और जीवन का संगम शिव, आप सृष्टि के निर्माता, आपके बिना जीवन का कोई अर्थ नहीं। आपकी तांडव में सृष्टि का नृत्य, आपकी शांति में सृष्टि का स्थिरता। हर हृदय में बसे आपकी भक्ति, हर आत्मा में हो आपका प्रकाश। नववर्ष का हर दिन हो, आपकी उपस्थिति से धन्य। समाप्ति: नववर्ष की शुभकामनाएँ हे महादेव, नववर्ष 2025 का स्वागत करें, आपके चरणों में समर्पित हो हर भावना। आपकी कृपा से हर जीवन हो सुखमय, हर मन में शांति और प्रेम का संचार हो। ओम नमः शिवाय का जप करें, हर हृदय को शिव का वास मिले। नववर्ष का हर पल हो शिवमय, हर दिशा में गूँजे शिव का नाम। अंतिम प्रार्थना हे नीलकंठ, इस वर्ष में हमें सद्बुद्धि दें, सत्य, अहिंसा और प्रेम का मार्ग दिखाएँ। आपकी कृपा से हर जीवन हो सजीव, हर मन हो आपके चरणों में समर्पित। नववर्ष 2025 का स्वागत करें, शिव के चरणों में भक्ति अर्पित करें। आपकी महिमा से सारा संसार हो आलोकित, आपकी उपस्थिति से हर आत्मा हो प्रेरित। यह भजन, जो शिव की आराधना और नववर्ष 2025 के स्वागत में रचा गया है, शिव के प्रति समर्पण और उनकी कृपा की महिमा का गुणगान करता है।