Intro (Folk Instrumental: Algoza, Sarangi, and Dholak) सांझ ढळे चांदणी, रैण करे पुकार, घूमे रे घिरघिर बादळ, बिरहा री बयार। साजन ने संदेशो, पंछी बन लावे, पर वो परदेस गयो, आसू रह जावे। Chorus साजन को तरसे, नैना ये बरसे, धड़कन भी रोवे, बिना तेरे। दिल ये खाली, दर्द संभाले, हर लम्हा बस तुझे ही पुकारे। Verse 1 पायल री झंकार, अब सूनी लगावे, घूंघट में छिपा चेहरा, थारी याद सतावे। महलों में लहरायो था, प्यार रो झरोखा, अब वो बंद सागरा, बस याद रो धोखा। Chorus साजन को तरसे, नैना ये बरसे, प्रीत अधूरी, बात अधूरी। तूने जो छोड़ा, हम हैं अकेले, घूंघट री छांव, अब धूप सहेले। Instrumental Break (Algoza Solo) Bridge (Folk Improv) रूप रा बादल, छांव री आशा, साजन बिन मन थारो, क्यूं सूना बासा? जिंदगी रा राग, करम री साजिश, घूम घूम धरती, लागे सूनी काशी। Verse 2 चांदनी रात में थारी परछाई, साजन रो दिल, प्रेम री गहराई। घूंघट में छुपा, याद रो मूरत, माया का खेल, मगर दिल सच्चा अमृत। Chorus (Repeat) साजन को तरसे, नैना ये बरसे, घिर घिर बादल, थारे संदेशा। लौट आ साजन, मन क्यूं झुरे। Outro (Soft, Echoing Vocals) साजन बिन जीवन, थारो अधूरो, रूप रा बादल, बस यादों में घुरो। दिल री धड़कन, सूनी लगावे, साजन को तरसे, नैना ये बरसे।
Classical + Rock
Hindi
The song expresses deep longing and sadness due to separation from a loved one. The emotional depth is portrayed through vivid imagery of nature, love, and yearning; it reflects a sense of emptiness and heartache.
This song can be used in scenarios depicting love stories, particularly those focusing on separation and longing. It may fit well in films, romantic dramas, or emotional storytelling that emphasizes the theme of love and loss.
The song incorporates traditional Indian instruments like Algoza and Sarangi, giving it a distinct folk feel, while Dholak adds a rhythmic base. The blending of classical elements with rock influences likely adds a contemporary twist to the sound, appealing to a broader audience. The use of metaphor and visual imagery in the lyrics enhances the poetic nature of the song.
Zelo sem zmatran Zadnji traktor je crknil Čakam na nov tovor Ki pripeljal bo nafto Napumpali so jo v Iraku Tam, kjer je svetloba močna V puščavi zajebani Kjer oaze ni. Jaz pa doma takratke pijem Traktorjem pa benz ulijem Ženo na ketno si privežem In na pojstlo se uležem Jokat se začnem Rezat se pričnem Kuhinjski nož v vamp zapičim Sebi usodo zakoličim Moja hiša sama stoji Moja žena pojebana umri Moje truplo pa.. V trugi že leži
Улаанбаатараас хөдөллөө, Жомброкийнхон Пиво тулгаж аялал маань эхэллээ Голын эрэгт ирэхэд, загасчлах ажлаа эхлэнэ Тул загас хүлээж байна, бидний сэтгэл догдлоно Энд тавт, голын эрэг дээр Загасчлан, гурван гэр бүлээрээ аялана Жомброкийнхон, тайван амгалан хөгжилтэй Хөдөө майхан, сэтгэлд баярлана Саравчин дотор уур амьсгал дулаан Тэнд жомброкийнхон хөгжилдөж байна Загас барихаар хойд талын тохойд очино Тэнд Тулууд жижиг Тулгаад баригдахаан хүлээж байна Энд тавт, голын эрэг дээр Загасчлан, гурван гэр бүлээрээ аялана Жомброкийнхон, тайван амгалан хөгжилтэй Хөдөө майхан, сэтгэлд баярлана Бидний хүсэл мөрөөдөл, голын хөвөөнд Гэр бүлээрээ аюулгүй аялах Жижиг Тулгааг тул загас барихад, 2 ах атаархана Жомброкийнхоны үргэлжилсээр Энд тавт, голын эрэг дээр Загасчлан, гурван гэр бүлээрээ аялана Жомброкийнхон, тайван амгалан хөгжилтэй Хөдөө майхан, сэтгэлд баярлана
Zelo sem zmatran Zadnji traktor je crknil Čakam na nov tovor Ki pripeljal bo nafto Napumpali so jo v Iraku Tam, kjer je svetloba močna V puščavi zajebani Kjer oaze ni. Jaz pa doma takratke pijem Traktorjem pa benz ulijem Ženo na ketno si privežem In na pojstlo se uležem Jokat se začnem Rezat se pričnem Kuhinjski nož v vamp zapičim Sebi usodo zakoličim Moja hiša sama stoji Moja žena shirana umri Moje truplo pa.. V trugi že leži
(Verse 1) (Stewie Griffin voice) In Ohio, the land of corn and strife, Where giggity gooning defines their life. Master Ohio, with wisdom so grand, Rules the realm with a giggity hand. (Chorus) Giggity gooning, a chorus so sweet, Ohio rising, can't be beat! Obama beware, the drones take flight, From New Jersey, a fearsome sight! (Verse 2) In Iraq's skies, a sight most strange, A jellyfish thing, a cosmic range. Giggity gooning, the people all cheer, For Master Ohio, banishing fear. (Chorus) Giggity gooning, a chorus so sweet, Ohio rising, can't be beat! Obama beware, the drones take flight, From New Jersey, a fearsome sight! (Bridge) Giggity, giggity, giggity goo, The sound of Ohio, strong and true. Master Ohio, guiding the way, To a future bright, come what may. (Chorus) Giggity gooning, a chorus so sweet, Ohio rising, can't be beat! Obama beware, the drones take flight, From New Jersey, a fearsome sight! (Outro) Giggity, giggity, goo, Ohio's refrain, Echoes forever, again and again!
Mēs satiksimies Rokās sadosimies Un kalnā dosimies! Brīnīsimies un kāpsim Kāpsim un brīnīsimies Cik plaša pasaule šī! Ugunskuru kursim Sirdis sildīsim Un mīlestību elposim! Elposim un izelposim Kā migla - tā klāsies Un rīta rasā vērsies.
Swipe it through my veins, a cure I can’t afford. Dreams turned to debt, left broken, ignored. Platinum promises, golden lies, In Trauma Team’s eyes, every poor soul dies
Intro (Folk Instrumental: Algoza, Sarangi, and Dholak) सांझ ढळे चांदणी, रैण करे पुकार, घूमे रे घिरघिर बादळ, बिरहा री बयार। साजन ने संदेशो, पंछी बन लावे, पर वो परदेस गयो, आसू रह जावे। Chorus साजन को तरसे, नैना ये बरसे, धड़कन भी रोवे, बिना तेरे। दिल ये खाली, दर्द संभाले, हर लम्हा बस तुझे ही पुकारे। Verse 1 पायल री झंकार, अब सूनी लगावे, घूंघट में छिपा चेहरा, थारी याद सतावे। महलों में लहरायो था, प्यार रो झरोखा, अब वो बंद सागरा, बस याद रो धोखा। Chorus साजन को तरसे, नैना ये बरसे, प्रीत अधूरी, बात अधूरी। तूने जो छोड़ा, हम हैं अकेले, घूंघट री छांव, अब धूप सहेले। Instrumental Break (Algoza Solo) Bridge (Folk Improv) रूप रा बादल, छांव री आशा, साजन बिन मन थारो, क्यूं सूना बासा? जिंदगी रा राग, करम री साजिश, घूम घूम धरती, लागे सूनी काशी। Verse 2 चांदनी रात में थारी परछाई, साजन रो दिल, प्रेम री गहराई। घूंघट में छुपा, याद रो मूरत, माया का खेल, मगर दिल सच्चा अमृत। Chorus (Repeat) साजन को तरसे, नैना ये बरसे, घिर घिर बादल, थारे संदेशा। लौट आ साजन, मन क्यूं झुरे। Outro (Soft, Echoing Vocals) साजन बिन जीवन, थारो अधूरो, रूप रा बादल, बस यादों में घुरो। दिल री धड़कन, सूनी लगावे, साजन को तरसे, नैना ये बरसे।
(Intro) किताबों के बीच वो हंसी के पल, वो खट्टी-मीठी बातें, वो चलती गल। दिल में बसा है, वो बेमिसाल जमाना, वो दोस्ती के रिश्ते, वो प्यारा ठिकाना। (Verse 1) कभी होमवर्क के बहाने, कभी मस्ती के ठिकाने, कभी क्लास में टीचर की डाँट खा जाना। वो लंच बॉक्स चुराना, कैंटीन की लाइन लगाना, बिना बात के झगड़े, फिर साथ मुस्कुराना। (Chorus) दिल कहता है, वो पल फिर जी लें, वो मासूमियत, वो हंसी फिर पी लें। स्कूल की यादें, हमें रुलाती हैं, वो बातें, हर दिन बुलाती हैं। (Verse 2) वो फेयरवेल के दिन, वो आँसू भरी रातें, सपनों के शहर में बिछड़ती बरसातें। क्लासरूम का वो कोना, जहां ख्वाब बसते थे, वो ब्लैकबोर्ड, जहां दिलों के राज लिखते थे। (Chorus) दिल कहता है, वो पल फिर जी लें, वो मासूमियत, वो हंसी फिर पी लें। स्कूल की यादें, हमें रुलाती हैं, वो बातें, हर दिन बुलाती हैं। (Bridge) अब न वो बेंच है, न वो शरारतों का सफर, ज़िन्दगी की किताब में लिखे गए नए डगर। पर हर पन्ने पर, वो स्कूल का नाम है, दिल की डायरी में, वो बचपन का पैगाम है। (Outro) यादों के मौसम में, अक्सर लौट जाते हैं, वो पुराने किस्से, दिल को गुनगुनाते हैं। किताबें बदल गईं, पर ख्वाब वहीं ठहरे, स्कूल की गलियों में, हम आज भी बहके।
Intro (Folk Instrumental: Algoza, Sarangi, and Dholak) सांझ ढळे चांदणी, रैण करे पुकार, घूमे रे घिरघिर बादळ, बिरहा री बयार। साजन ने संदेशो, पंछी बन लावे, पर वो परदेस गयो, आसू रह जावे। Chorus साजन को तरसे, नैना ये बरसे, धड़कन भी रोवे, बिना तेरे। दिल ये खाली, दर्द संभाले, हर लम्हा बस तुझे ही पुकारे। Verse 1 पायल री झंकार, अब सूनी लगावे, घूंघट में छिपा चेहरा, थारी याद सतावे। महलों में लहरायो था, प्यार रो झरोखा, अब वो बंद सागरा, बस याद रो धोखा। Chorus साजन को तरसे, नैना ये बरसे, प्रीत अधूरी, बात अधूरी। तूने जो छोड़ा, हम हैं अकेले, घूंघट री छांव, अब धूप सहेले। Instrumental Break (Algoza Solo) Bridge (Folk Improv) रूप रा बादल, छांव री आशा, साजन बिन मन थारो, क्यूं सूना बासा? जिंदगी रा राग, करम री साजिश, घूम घूम धरती, लागे सूनी काशी। Verse 2 चांदनी रात में थारी परछाई, साजन रो दिल, प्रेम री गहराई। घूंघट में छुपा, याद रो मूरत, माया का खेल, मगर दिल सच्चा अमृत। Chorus (Repeat) साजन को तरसे, नैना ये बरसे, घिर घिर बादल, थारे संदेशा। लौट आ साजन, मन क्यूं झुरे। Outro (Soft, Echoing Vocals) साजन बिन जीवन, थारो अधूरो, रूप रा बादल, बस यादों में घुरो। दिल री धड़कन, सूनी लगावे, साजन को तरसे, नैना ये बरसे।
**Verse 1 (Rajasthani Folk Intro)** सांझ ढळे चांदणी, रैण करे पुकार, घूमे रे घिरघिर बादळ, बिरहा री बयार। साजन ने संदेशो, पंछी बन लावे, पर वो परदेस गयो, आसू रह जावे। *Repeat:* सांझ ढळे चांदणी, रैण करे पुकार, घूमे रे घिरघिर बादळ, बिरहा री बयार। --- **Chorus (Sad Version)** साजन को तरसे, नैना ये बरसे, धड़कन भी रोवे, बिना तेरे। दिल ये खाली, दर्द संभाले, हर लम्हा बस तुझे ही पुकारे। *Repeat Chorus:* साजन को तरसे, नैना ये बरसे, धड़कन भी रोवे, बिना तेरे। --- **Verse 2 (Rajasthani Folk)** पायल री झंकार, अब सूनी लगावे, घूंघट में छिपा चेहरा, थारी याद सतावे। महलों में लहरायो था, प्यार रो झरोखा, अब वो बंद सागरा, बस याद रो धोखा। *Repeat:* पायल री झंकार, अब सूनी लगावे, घूंघट में छिपा चेहरा, थारी याद सतावे। --- **Chorus (Sad Version)** साजन को तरसे, नैना ये बरसे, धड़कन भी रोवे, बिना तेरे। प्रीत अधूरी, बात अधूरी, मन तोडा, अब जीवन अधूरी। --- **Bridge 1 (Rajasthani Folk)** जमीन पे पग धरे, कदम भी रुके, माटी की खुशबू भी आज दूर लगे। चांदनी रातों में तेरा रूप सजे, पर जिया अब बुझा, साजन बिन सजे। --- **Verse 3 (Merged)** रुणझुण घूंघरू की, थर्राई थी थान, अब तो यादों का ही रहियो सामान। तुम तो परदेश गए, छूट गया संसार, दिल ये टूटे, बन गए हम बेकरार। *Repeat:* रुणझुण घूंघरू की, थर्राई थी थान, अब तो यादों का ही रहियो सामान। --- **Chorus (Rajasthani Vocal Harmony)** साजन को तरसे, नैना ये बरसे, बिरहा की माला, गूंथी री धड़कन। तूने जो छोड़ा, हम हैं अकेले, घूंघट री छांव, अब धूप सहेले। --- **Bridge 2 (Folk Improv)** रूप रा बादल, छांव री आशा, साजन बिन मन थारो, क्यूं सूना बासा? जिंदगी रा राग, करम री साजिश, घूम घूम धरती, लागे सूनी काशी। *Repeat:* रूप रा बादल, छांव री आशा, साजन बिन मन थारो, क्यूं सूना बासा? --- **Outro (Slow Folk with Echo)** साजन को तरसे, नैना ये बरसे, बिन थारे हम क्यूं जिये। घिर घिर बादल, थारे संदेशा, लौट आ साजन, मन क्यूं झुरे। *Repeat Outro (Fading with Algoza and Sarangi):* साजन को तरसे, नैना ये बरसे, बिन थारे हम क्यूं जिये। ---
I walk among the gilded ashes, Of a name once pure, once whole. Shattered now by spiteful clashes, Still, it burns within my soul. (The strings swell dramatically, and the choir softly hums an ominous tune.) --- [Verse 1] The halls once rang with noble pride, Their banners high, their flame undied. Now whispers mock where honor stood, My name erased, my noble blood. But I shall weave a brighter thread, A mantle from the words they’ve said. This crown of lies, I’ll make it real, And show them all what fate can steal. (The choir rises, chanting: "Varnikov... Varnikov...") --- [Chorus] (Loud, sweeping, and triumphant.) Gilded ashes to golden flame, I’ll seize their power, reclaim my name! The stars themselves bow down to might, I’ll rise again and shroud their light! (The brass erupts in a triumphant fanfare, and the strings carry his ambition forward like a tide.) --- [Bridge] (The music softens; Kravel kneels, gripping a relic of his past.) I stand in shadows of my kin, A fractured soul, my fight within. Is this the price of what I seek? This fragile dream, this gilded peak? (The choir whispers haunting questions: "Is it worth it? Is it pride?") --- [Final Chorus – Reprise] (The tempo accelerates, and the music surges to a climactic conclusion.) From gilded ashes, I will soar, A Varnikov, disgraced no more! Let heaven’s fire burn the sky— The crown is mine, and none deny!