Om namo hiranya-bahave hiranya-varanaya hiranya-roopaya hiranya-pataye ambika pataya uma pataye pashupataye namo namaha Yishana sarva-vidyanam Yishwara-sarva-bhootanam Bramhadi-pate bramhanodipate bramha shivome astusada shivom Tatpurushaya vidmahe vag-vishudhaaya dhimahi tanno shiva prachodayat | Mahadevaya vidmahe rudra-moortaye dhimahi tanno shiva prachodayat || Namaste astu bhagavan vishsveshwaraya mahadevaya tryambakaya tripurantakaya trikagnikalaya Kalagnirudraya nilakanthaya mrityunjayaya sarveshwaraya sadashivaya shriman mahadevaya namaha
mystical
Sanskrit
devotional and transcendental
meditation, spiritual rituals, and religious practices
features repetition, layered vocal harmonies typical in chants, use of traditional Indian scales and rhythms that evoke a sense of reverence and connection to the divine.
[Verse] In the shade of ancient trees so tall Voices whisper through the sacred hall Echoes of the past they call and call Guiding us towards the divine's enthrall [Verse 2] Candles flicker in the silent night Their soft glow whispers pure delight In this temple's gentle Holy light Everything feels just so right [Chorus] Oh divine light carry me away Into realms where golden spirits play Hear us sing as we kneel and pray Guide us through this sacred day [Verse 3] Beads of love hanging in a row Chanting words we’ve come to know In this moment time will slow Feel the holy blessings grow [Verse 4] Sounds of veena take us high Into the depths of a turquoise sky Close your eyes let your soul fly In this sacred space we lie [Bridge] Silent heartbeats of the earth Signifying a divine rebirth In the silence know your worth Celebrating every life’s true mirth
यो! ये ब्रह्मांड का राज़, श्री कृष्ण का स्वरूप, वो शुरुआत, वो अंत, हर पल है वो अनूप। अब सुन, मेरी वाणी में उनका विराट सत्य, जहां पद के नीचे पाताल और सर पे स्वर्ग सदा व्याप्त! (Verse 1) पद के नीचे पाताल देख, अंतरिक्ष में मेरी चाल देख। ये ब्रह्मांड मेरी माया है, हर जीव, हर कण मुझमें समाया है। मेरी सांसों में है जीवन की गाथा, मैं ही शाश्वत, मैं ही परमपथ। सूरज का तेज़, चाँद की ठंडक, सब मेरा प्रतिबिंब, ये मत भूल न। मैं कण-कण में, मैं शून्य में भी हूं, धर्म का रखवाला, अधर्म का नाश हूं। विनाश हु मैं, फिर से शुरुआत हु मैं, हर काल, हर युग में, बस साक्षात हु मैं। (Hook) विकराल रूप, विनाश हु मैं, शुरुआत और अंत का प्रकाश हु मैं। हर युग, हर क्षण में विराजमान हूं, श्रीकृष्ण विराट स्वरूप, यही पहचान हूं। (Verse 2) मुझमें गूंजे वासुदेव की वाणी, गीता के श्लोक, हर युग की कहानी। जब अधर्म बढ़े, मैं आता साक्षात, हर बार रचता, नई धर्म की बात। मेरी भुजाओं में शक्तियां अनंत, हर दिशा में गूंजे मेरा दैवी कंठ। मैं काले घन का अंधेरा, मैं तेज का सवेरा, हर अंश में बसा हूं, ये मेरा बसेरा। काल चक्र की धुरी मैं हूं, जीवन और मृत्यु का पुलिंदा हूं। जो भी देखे मेरा विराट रूप, वो समझे सत्य, न करे कभी भूल। (Hook) विकराल रूप, विनाश हु मैं, शुरुआत और अंत का प्रकाश हु मैं। हर युग, हर क्षण में विराजमान हूं, श्रीकृष्ण विराट स्वरूप, यही पहचान हूं। (Bridge) जब अर्जुन ने देखा, स्वरूप मेरा महा, हर देवता, हर जीव था मुझमें समा। उसने कहा, "हे केशव, तू तो सबकुछ है, तू ही सृष्टि का आधार, तू ही शक्ति और दिशा है।" मैं काल हूं, मैं विनाश का स्वर, जो अधर्मी करे पाप, वो बचे न कोई ओर। सत्य की धार हूं, धर्म का सार हूं, कृष्ण का विराट स्वरूप, मैं अवतार हूं। (Outro) यो! ये बस एक झलक है, श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप की। जब सत्य, धर्म और माया के पार देखोगे, तब समझोगे, वो क्या है! श्रीकृष्ण, विराट स्वरूप, अनंत और अपरंपार। (Hook - Fade Out) विकराल रूप, विनाश हु मैं, शुरुआत और अंत का प्रकाश हु मैं। हर युग, हर क्षण में विराजमान हूं, श्रीकृष्ण विराट स्वरूप, यही पहचान हूं।
यो! सुनो ध्यान से, ये ब्रह्मांड का खेल, श्रीकृष्ण की लीला, अनंत का मेल। प्रारंभ वही, वही अंत का संहार, जो कुछ दिखे तुम्हें, वो उनका ही विस्तार। सहस्र सूर्यों का तेज हूँ मैं, चंद्रमा जैसा शीतल हूँ मैं। प्रारंभ में जो था, वही अब भी मैं, हर काल, हर युग में उपस्थित हूँ मैं। अनंत ब्रह्मांड मेरी एक सांस में बने, फिर वही ब्रह्मांड पल भर में तिरोहित हों। दानव, राक्षस, मनुष्य, पशु, सब मेरी माया, सब मेरा प्रसार। जो दिखे तुझे ये जग का आधार, मैं ही हूँ उसका अदृश्य विस्तार। हर कण में बसता हूँ, हर दिशा में हूँ, मैं सृष्टि की रचना, मैं विनाश का दूत हूँ। वो कृष्ण हूँ मैं, विराट स्वरूप हूँ मैं, प्रारंभ और अंत का साक्षात रूप हूँ मैं। अनंत का तेज हूँ, माया का जाल हूँ, श्रीकृष्ण विराट, यही मेरी पहचान हूँ। मेरी भुजाओं में पर्वतों का बल, मेरे नेत्रों में जलती अग्नि का पल। मैं काल का चक्र, मैं धर्म का रक्षक, मैं सत्य का दीपक, मैं अधर्म का भक्षक। देवता मेरी वंदना करें, राक्षस थर-थर कांपे, संपूर्ण सृष्टि मेरी महिमा में झुके। पवन में गूंजे मेरी वाणी का स्वर, मृत्यु और जीवन, दोनों का मैं आधार। जो देखे मेरा स्वरूप, हो भयभीत, पर वही पाए ज्ञान का दीप। मैं सृष्टि का खेल, मैं इसकी माया, श्रीकृष्ण का विराट, सब मुझसे छाया। वो कृष्ण हूँ मैं, विराट स्वरूप हूँ मैं, प्रारंभ और अंत का साक्षात रूप हूँ मैं। अनंत का तेज हूँ, माया का जाल हूँ, श्रीकृष्ण विराट, यही मेरी पहचान हूँ। जब अर्जुन ने कहा, "हे प्रभु, तेरा क्या है सार?" मैंने कहा, "मैं ही सब, मैं ही आधार। देखो सहस्रों सिर, सहस्रों भुजाएँ, मेरा विराट रूप, सब जग समाएँ। सूर्य मेरा तेज, चंद्रमा मेरी शीतलता, पृथ्वी मेरा काया, आकाश मेरी व्याप्ति। जो समझे इस सत्य को, वही है ज्ञानी, जो न समझे, वो रहे अज्ञानी।" यो! ये श्रीकृष्ण की महिमा का गीत, जो विराट को जाने, वही पाए जीत। अब सुनो ध्यान से, और इसे समझो, श्रीकृष्ण का स्वरूप ही सृष्टि का सच हो। वो कृष्ण हूँ मैं, विराट स्वरूप हूँ मैं, प्रारंभ और अंत का साक्षात रूप हूँ मैं। अनंत का तेज हूँ, माया का जाल हूँ, श्रीकृष्ण विराट, यही मेरी पहचान हूँ।
Om namo hiranya-bahave hiranya-varanaya hiranya-roopaya hiranya-pataye ambika pataya uma pataye pashupataye namo namaha Yishana sarva-vidyanam Yishwara-sarva-bhootanam Bramhadi-pate bramhanodipate bramha shivome astusada shivom Tatpurushaya vidmahe vag-vishudhaaya dhimahi tanno shiva prachodayat | Mahadevaya vidmahe rudra-moortaye dhimahi tanno shiva prachodayat || Namaste astu bhagavan vishsveshwaraya mahadevaya tryambakaya tripurantakaya trikagnikalaya Kalagnirudraya nilakanthaya mrityunjayaya sarveshwaraya sadashivaya shriman mahadevaya namaha
साईं के चरणों में मेरा सिर झुका रहे, हर सांस में नाम तेरा, मन तुझसे जुड़ा रहे। तेरे बिना ये जीवन, अधूरा सा लगे, तेरे प्यार की छांव में, हर दर्द मेरा ढले। साईं, ओ साईं, मेरे मन के मीत, साईं, ओ साईं, हर पल तेरी प्रीत। तेरी रहमत के सागर में, डूब जाऊं हर पल, तेरी कृपा से मिट जाए, मेरा हर एक छल। तेरी कथा सुनते-सुनते, दिन और रात कटे, तेरे दामन का सहारा, हर मुश्किल को छंटे। साईं, ओ साईं, तू ही जीवन दाता, साईं, ओ साईं, तू ही है विघ्नहर्ता। तेरे द्वार पर आऊं, हर सुबह, हर शाम, तेरे दर्शन से मिट जाए, मेरा हर गम और घम। तू है सत्य का दीपक, अज्ञान को मिटाए, तेरे चरणों में झुककर, सारा सुख पाएं। साईं, ओ साईं, तू ही है संसार, साईं, ओ साईं, तू ही है आधार। तेरी लीला है निराली, कौन समझ पाए, तेरा नाम लेते ही, पत्थर भी पिघल जाए। तूने सबको अपनाया, भेदभाव न किया, तेरी दया से पाया, मैंने जीने का सिला। साईं, ओ साईं, तू है दया का सागर, साईं, ओ साईं, तू ही सृष्टि का आधार।
[Verse] கலியுக தெய்வமே கந்தனுக்கு மூத்தோனே மூஷிக வாகனனே மூலப் பொருளோனே ஸ்கந்தகுரு கவசத்தை கலிதோஷம் நீங்கிடவே திருவடியின் திருவருளால் செப்புகிறேன் காத்தருள்வாய் [Verse 2] அருளாலோய் மழை பெய்யும் அன்னை மனமகிழ்வே பாதம் சேர்ந்தால் பாழ்படாத வாழ்நாளே கருணையாலே கண்கள் களிக்குமோர் தருணங்கள் சிந்தை முழுவதும் சித்தியம் மகிழ்வோயே [Chorus] சித்தி விநாயக ஜயமருள் போற்றுகிறேன் எல்லாவற்றின் முதல்வனே நாள் மதினில் காப்பாயே சிக்கி சிக்கால் தீரவும் வந்து நம்மைக் காத்தாயே வழியில் வெற்றி தருவாய் அருகில் நீ விதைத்தாயே [Bridge] உனது பெயரால் பயமொன்றும் இல்லை உணர்ந்தால் நகையாலே நம்மைத் தாங்கிவிடும் என்று சொன்னால் பிழையற்ற வாழ்வு படைத்தாயோ தேவை நீ தீர்க்க நம் இல்லத்துள் நம் குடும்பத்தில் என்றும் நீ செல்ல [Chorus] சித்தி விநாயக ஜயமருள் போற்றுகிறேன் எல்லாவற்றின் முதல்வனே நாள் மதினில் காப்பாயே சிக்கி சிக்கால் தீரவும் வந்து நம்மைக் காத்தாயே வழியில் வெற்றி தருவாய் அருகில் நீ விதைத்தாயே [Verse 3] வழகான தினங்களை தருவாயோ நீர் என்றும் உன்னில் நாங்கள் வாழ்வோம் தலையணைத்து உன் பாதங்களின் நிழலில் நாம் இருப்போம் காத்து துணை செய் எங்கள் விநாயகனே
[Verse] In the moonlight you whisper dreams Out of shadows come unseen beams Your silence speaks louder than screams In the night your soul redeems [Verse 2] Stars are singing tales of old In your eyes stories unfold Heart feels heavy yet so bold In your gaze a love untold [Chorus] Ruh ki awaaz sun le yaar Dil se dil ka hai ikraar Ishq ka hai yeh ikhtiyaar Zindagi ka hai yeh pyaar [Bridge] Wind starts blowing secrets near Light and darkness disappear Whispers turn to crystal clear Universe lends us its ear [Verse 3] Footsteps follow divine rhyme Through the sands of endless time Every prayer a gentle chime In your heartbeat I find mine [Chorus] Ruh ki awaaz sun le yaar Dil se dil ka hai ikraar Ishq ka hai yeh ikhtiyaar Zindagi ka hai yeh pyaar
[Verse] Di dalam kegelapan aku mencari cahaya Hati yang lelah jiwa yang lapar Kemudian aku menemukan Jalan yang benar Yesus Engkau adalah terang [Verse 2] Langkah kakiku ragu namunku beriman Dengan Kasih-Mu yang tak terhitung Hapuskanku dari segala kesedihan Dan bawa aku pada kedamaian nan agung [Chorus] Yesus Kau adalah jalan terangku Menyinari hatiku setiap waktu Dalam pelukan-Mu aku merasa tenang Bimbing aku selalu hingga ke akhir s'panjang [Bridge] Di setiap liku yang menghadang Aku percaya dalam kuasa-Mu sayang Tak ada gelap yang tak terpancarkan Dengan kasih-Mu yang abadi dan terang [Verse 3] Di dunia yang penuh cobaan Kau adalah jawaban segala tanya Ketika hati mulai meragukan harapan Yesus bawa aku pada bahagia [Chorus] Yesus Kau adalah jalan terangku Menyinari hatiku setiap waktu Dalam pelukan-Mu aku merasa tenang Bimbing aku selalu hingga ke akhir s'panjang
Brad has tank they are awesome tank farts a bunch tank is a farting machine tanks farts smell really bad
[Verse] రుగ్వేదం కవితలో మాటలు మునగించి గతీ గతీ గ హూ రుగ్వేదం హూ రుగ్వేదం కవితలో మాటలు మునగించి గతీ గతీ గ నా కోసం ఆ అ పిరి గ [Verse 2] ఆకాశం నాకోసం ఆనోయి తెల్లదిలా నాకోసం ఆ అ పిరి గ ఉన్నా ఉన్నా లా చల్లదిలా లా చర్ణములు గతీ గతీగా నా కోసమే ఒదిలో ఉంది [Chorus] రుగ్వేదం కవితలో వాక్యాలు మనుషులం గతీ గతీ గ హూ రుగ్వేదం హూ రుగ్వేదం మాటల్లో నిజం నవ్విస్తూ గతీ గతీ గ నా కోసమే జీవించు [Bridge] ఆకాశం విలువ నా వాళ్ళల్లో ఉంది గతీ గతీ గ ఆ ఆశ నా శ్వాసయా మాటల్లో లక్షాణం నేనింతలే విచ్చిన గతీ గతీ గ నా కోసమే సఖ్యం [Verse 3] నాకు మాటల్లో ఆ దేవం సింగారామే గతీ గతీ గ ఆ శ్లోకముల్లో చితిరం రుగ్వేదం మాటల్లో జీవంపోతున్నా గతీ గతీ గ నా శ్వాస వేళా [Chorus] రుగ్వేదం కవితలో వాక్యాలు మనుషులం గతీ గతీ గ హూ రుగ్వేదం హూ రుగ్వేదం మాటల్లో నిజం నవ్విస్తూ గతీ గతీ గ నా కోసమే జీవించు
Here’s the revised version with "जय हो जय हो लोमश ऋषि" added three times after each paragraph: हो लोमश ऋषि, तपस्वी महिमा गाऊं। धरती पे तेरी कीर्ति अमर, सब मिल वंदन करूं।। जय हो जय हो लोमश ऋषि। जय हो जय हो लोमश ऋषि। जय हो जय हो लोमश ऋषि।। तप दी ज्योति जग आलोकित, ज्ञान को सागर गहरा। धर्म-नीति को जाणण वाले, सृष्टि को सच्चा चेहरा। सच ते त्याग की मूरत, मन में अमृत बरसाऊं। हो लोमश ऋषि, तपस्वी महिमा गाऊं।। जय हो जय हो लोमश ऋषि। जय हो जय हो लोमश ऋषि। जय हो जय हो लोमश ऋषि।। पांडव नु धर्म सिखाया, तीर्थां को महत्त्व समझाया। वन-वन घूमे तु निरंतर, सत्य को दीप जलाया। संघर्षां मा राह दिखाऊण, तु सबकी याद मा आऊं। हो लोमश ऋषि, तपस्वी महिमा गाऊं।। जय हो जय हो लोमश ऋषि। जय हो जय हो लोमश ऋषि। जय हो जय हो लोमश ऋषि।। शिव ते ब्रह्मा को उपासक, तज दी मोह-माया सारी। ध्यान मा लीन रहे सदा, तप को अमर कहानी। रोम-रोम मा बसी दिव्यता, भक्त तुन्ने पूजणा चाहूं। हो लोमश ऋषि, तपस्वी महिमा गाऊं।। जय हो जय हो लोमश ऋषि। जय हो जय हो लोमश ऋषि। जय हो जय हो लोमश ऋषि।। हे ऋषि, तु धर्म को दूत, ले हमूं आशीष महान। हर मन ते अंधकार मिटे, जग मा सत को गान। तेरो स्मरण करणा जो मानव, भवसागर पार लगाऊं। हो लोमश ऋषि, तपस्वी महिमा गाऊं।। जय हो जय हो लोमश ऋषि। जय हो जय हो लोमश ऋषि। जय हो जय हो लोमश ऋषि।।
[Verse] يا يسوع انت ضي القلب و فرحه خلقتني على صورتك رغم الجرحه زهرتني بنورك لما كنت في الشدة بالفرح مليتني وسط الدموع والغمة [Verse 2] يا يسوع جدد روحي واعطيني عيشني بنورك وهداك اللي يشفيني لا تترك قلبي يعيش في الأسى خذ بأيديا وانشلني من الخطية [Chorus] انت امالى ايوه انت امالى ملأت روحي بحبك العالى يا يسوع انت قوتي ورجاي في ظلالك اعيش كل الحياة [Bridge] نورك يهديني ويشفي الجراح فرحك في قلبي يزيل كل الهموم صوتك يهديني وسط الألم و بالحب تملأ كل يوم [Verse 3] يا يسوع افتح لي كل الأبواب أتبع خطاك وأعيش بالحب الأواب بالصلاة أناجى وأعلن الكلام بك أعبر كل الصعاب في سلام [Chorus] انت امالى ايوه انت امالى ملأت روحي بحبك العالى يا يسوع انت قوتي ورجاي في ظلالك اعيش كل الحياة