Sai Baba 2

Song Created By @Entra With AI Singing

音樂音頻

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Sai Baba 2
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音樂詳情

歌詞文本

साईं के चरणों में मेरा सिर झुका रहे,
हर सांस में नाम तेरा, मन तुझसे जुड़ा रहे।
तेरे बिना ये जीवन, अधूरा सा लगे,
तेरे प्यार की छांव में, हर दर्द मेरा ढले।
साईं, ओ साईं, मेरे मन के मीत,
साईं, ओ साईं, हर पल तेरी प्रीत।
तेरी रहमत के सागर में, डूब जाऊं हर पल,
तेरी कृपा से मिट जाए, मेरा हर एक छल।
तेरी कथा सुनते-सुनते, दिन और रात कटे,
तेरे दामन का सहारा, हर मुश्किल को छंटे।
साईं, ओ साईं, तू ही जीवन दाता,
साईं, ओ साईं, तू ही है विघ्नहर्ता।
तेरे द्वार पर आऊं, हर सुबह, हर शाम,
तेरे दर्शन से मिट जाए, मेरा हर गम और घम।
तू है सत्य का दीपक, अज्ञान को मिटाए,
तेरे चरणों में झुककर, सारा सुख पाएं।
साईं, ओ साईं, तू ही है संसार,
साईं, ओ साईं, तू ही है आधार।
तेरी लीला है निराली, कौन समझ पाए,
तेरा नाम लेते ही, पत्थर भी पिघल जाए।
तूने सबको अपनाया, भेदभाव न किया,
तेरी दया से पाया, मैंने जीने का सिला।
साईं, ओ साईं, तू है दया का सागर,
साईं, ओ साईं, तू ही सृष्टि का आधार।

音樂風格描述

bhajan, fast pace, bass, music, Qawwali, extra bass, bass blaster

歌詞語言

Hindi

Emotional Analysis

The lyrics convey deep devotion, love, and surrender to the divine, expressing feelings of longing, gratitude, and solace in faith. The repeated invocation of 'साईं' (Sai) evokes a sense of comfort and emotional connection.

Application Scenarios

This song is ideal for spiritual gatherings, devotional practices, meditation sessions, and during moments of reflection or prayer. It can be performed in temples or during festivals and serves as a source of inspiration and peace for believers.

Technical Analysis

The song incorporates elements typical of bhajans and Qawwalis, featuring a fast pace that allows for an energetic and uplifting experience. The use of extra bass and bass blaster effects enhances the spiritual atmosphere, making it suitable for group singing and collective worship. Additionally, the repetitive structure and melodic motifs create a chant-like quality that encourages participation.

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Namaskartha Mantra

Om namo hiranya-bahave hiranya-varanaya hiranya-roopaya hiranya-pataye ambika pataya uma pataye pashupataye namo namaha Yishana sarva-vidyanam Yishwara-sarva-bhootanam Bramhadi-pate bramhanodipate bramha shivome astusada shivom Tatpurushaya vidmahe vag-vishudhaaya dhimahi tanno shiva prachodayat | Mahadevaya vidmahe rudra-moortaye dhimahi tanno shiva prachodayat || Namaste astu bhagavan vishsveshwaraya mahadevaya tryambakaya tripurantakaya trikagnikalaya Kalagnirudraya nilakanthaya mrityunjayaya sarveshwaraya sadashivaya shriman mahadevaya namaha

Mukund Baba-Entra-AI-singing
Mukund Baba

लातूर वाले मुकुंद बाबा, सदा मेरे साथ रहे, तेरी कृपा की छांव में, हर मुश्किल आसान रहे। तूने सबको अपनाया, बड़ा तेरा दरबार, तेरे चरणों में झुककर, हर दुखिया पाता प्यार। तेरे आशीष से खिलते, भक्तों के अरमान, लातूर वाले मुकुंद बाबा, तू है सबका भगवान। लातूर वाले मुकुंद बाबा, सदा मेरे साथ रहे, तेरी कृपा की छांव में, हर मुश्किल आसान रहे। तेरे नाम से रौशन, ये जग का हर कोना, तेरी महिमा सुनकर, हर मन है दीवाना। तेरी छवि है निर्मल, तेरी कृपा है भारी, तेरे बिना ये जीवन, अधूरी एक कहानी। लातूर वाले मुकुंद बाबा, सदा मेरे साथ रहे, तेरी कृपा की छांव में, हर मुश्किल आसान रहे। तेरी मूरत देख के, दिल को सुकून आता है, तेरी चरण रज से, जीवन नया हो जाता है। तेरी दया का सागर, हर दर्द मिटा देता, लातूर वाले मुकुंद बाबा, हर ग़म भुला देता। लातूर वाले मुकुंद बाबा, सदा मेरे साथ रहे, तेरी कृपा की छांव में, हर मुश्किल आसान रहे। तेरी सेवा में रहना, यही है मेरा सपना, तेरे बिना जीवन, लगता है अधूरा अपना। तू जो मेरे साथ है, डर कैसा संसार से, लातूर वाले मुकुंद बाबा, तेरा सहारा है हर राह पे। लातूर वाले मुकुंद बाबा, सदा मेरे साथ रहे, तेरी कृपा की छांव में, हर मुश्किल आसान रहे।

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Sai Baba 2

मुखड़ा: साईं का दरबार सजा है, आओ सब पुकार करें, तेरे चरणों में झुके हैं, दिल से इकरार करें। कोरस: ओ साईं, मेरे साईं, तेरा नाम है रहमत, ओ साईं, मेरे साईं, तू ही है करामत। अंतरा 1: तेरा नाम जो लेता है, उसका बेड़ा पार हो, तेरे द्वारे पे जो आए, उसका हर संसार हो। तेरी रहमत का जलवा, हर दिल में बसा रहे, तेरी कृपा से ये जीवन, फूलों सा खिला रहे। कोरस: ओ साईं, मेरे साईं, तेरा नाम है रहमत, ओ साईं, मेरे साईं, तू ही है करामत। अंतरा 2: तेरा दर जो खोजे, वो मोहब्बत पाता है, तेरे दर से खाली कोई भी न जाता है। तूने सबको अपनाया, भेदभाव न किया, तेरे दामन का सहारा, हमने दिल से लिया। कोरस: ओ साईं, मेरे साईं, तेरा नाम है रहमत, ओ साईं, मेरे साईं, तू ही है करामत। अंतरा 3: तेरे चमत्कार निराले, दुनिया देखती रहे, तेरी महिमा के चर्चे, हर जुबां पर रहे। तू है दीनों का सहारा, सबकी है आस तू, तेरे नाम की महक से, रोशन ये सांस तू। कोरस: ओ साईं, मेरे साईं, तेरा नाम है रहमत, ओ साईं, मेरे साईं, तू ही है करामत। अंतरा 4: तेरी लीला है अपरंपार, समझ न पाए कोई, तेरा नाम लेके चलता, मंजिल को पाए कोई। तेरे दर पर हर दिल को सुकून मिलता है, तेरे चाहने वालों का जहान बसता है। कोरस: ओ साईं, मेरे साईं, तेरा नाम है रहमत, ओ साईं, मेरे साईं, तू ही है करामत।

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Sai Baba 2

साईं के चरणों में मेरा सिर झुका रहे, हर सांस में नाम तेरा, मन तुझसे जुड़ा रहे। तेरे बिना ये जीवन, अधूरा सा लगे, तेरे प्यार की छांव में, हर दर्द मेरा ढले। साईं, ओ साईं, मेरे मन के मीत, साईं, ओ साईं, हर पल तेरी प्रीत। तेरी रहमत के सागर में, डूब जाऊं हर पल, तेरी कृपा से मिट जाए, मेरा हर एक छल। तेरी कथा सुनते-सुनते, दिन और रात कटे, तेरे दामन का सहारा, हर मुश्किल को छंटे। साईं, ओ साईं, तू ही जीवन दाता, साईं, ओ साईं, तू ही है विघ्नहर्ता। तेरे द्वार पर आऊं, हर सुबह, हर शाम, तेरे दर्शन से मिट जाए, मेरा हर गम और घम। तू है सत्य का दीपक, अज्ञान को मिटाए, तेरे चरणों में झुककर, सारा सुख पाएं। साईं, ओ साईं, तू ही है संसार, साईं, ओ साईं, तू ही है आधार। तेरी लीला है निराली, कौन समझ पाए, तेरा नाम लेते ही, पत्थर भी पिघल जाए। तूने सबको अपनाया, भेदभाव न किया, तेरी दया से पाया, मैंने जीने का सिला। साईं, ओ साईं, तू है दया का सागर, साईं, ओ साईं, तू ही सृष्टि का आधार।

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साईं के चरणों में मेरा सिर झुका रहे, हर सांस में नाम तेरा, मन तुझसे जुड़ा रहे। तेरे बिना ये जीवन, अधूरा सा लगे, तेरे प्यार की छांव में, हर दर्द मेरा ढले। साईं, ओ साईं, मेरे मन के मीत, साईं, ओ साईं, हर पल तेरी प्रीत। तेरी रहमत के सागर में, डूब जाऊं हर पल, तेरी कृपा से मिट जाए, मेरा हर एक छल। तेरी कथा सुनते-सुनते, दिन और रात कटे, तेरे दामन का सहारा, हर मुश्किल को छंटे। साईं, ओ साईं, तू ही जीवन दाता, साईं, ओ साईं, तू ही है विघ्नहर्ता। तेरे द्वार पर आऊं, हर सुबह, हर शाम, तेरे दर्शन से मिट जाए, मेरा हर गम और घम। तू है सत्य का दीपक, अज्ञान को मिटाए, तेरे चरणों में झुककर, सारा सुख पाएं। साईं, ओ साईं, तू ही है संसार, साईं, ओ साईं, तू ही है आधार। तेरी लीला है निराली, कौन समझ पाए, तेरा नाम लेते ही, पत्थर भी पिघल जाए। तूने सबको अपनाया, भेदभाव न किया, तेरी दया से पाया, मैंने जीने का सिला। साईं, ओ साईं, तू है दया का सागर, साईं, ओ साईं, तू ही सृष्टि का आधार।

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Siya Ram

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