Safidon Baitha Hai mera Sabal Singh Bada veer Jo bhi Rangja iske rang mein baba rehta uske sang mein
Devotional
Punjabi
The song conveys a deep sense of reverence and spiritual connection, emphasizing devotion and admiration for a revered figure, portraying feelings of love and loyalty.
This song can be used in religious ceremonies, spiritual gatherings, and devotional practices, as well as personal meditation sessions.
The song likely features traditional instrumentation common in devotional music, such as harmonium, tabla, and dhol, with a simple yet profound melodic structure, emphasizing the lyrical narrative and emotional delivery.
ಕಣ್ಣಿಗೆ ಕಾಣೋದು ಕರೆ ಅಲ್ಲ ಕಾರು ಬಂಗ್ಲೆ ಸಿರಿ ಅಲ್ಲ ಅರಿವು ಅಡವಿಟ್ಟಿ ಮರೆವು ಕೊಂಡು ಬಿಟ್ಟಿ ಯಾರಿಲ್ಲೋ ನಿನಂತ.... ಅಡಿಬಿಟ್ಟಿ. ಅರಿವು ಎಂಬುವುದೊಂದೇ ಘನ ಸಿರಿಯೋ ನೀ ಅರಿಯೋ… //ಪ// ನಾನು ನನ್ನದಂತ ಮೂರೋತ್ತು ಗಳಿಸುವ ಭರದಲ್ಲಿ ನಿನಗೆ ಸಿಗಲೇ ಇಲ್ಲ ಪುರುಸೊತ್ತು ಹೋಗುವಾಗ ಎಲ್ಲೈತಿ ನಿನ ಸ್ವತ್ತು. ನಂಬಿ ನಂಬಿ ಕುಂಬಿ ಕಟ್ಟಿ ದುಂಬಿ ಸಿಂಬೆಯ ತಲೆ ಮೇಲಿಟ್ಟಿ ನಂಬಿದ್ದು ಬ್ರಾಂತಿ ದುಂಬಿದು ಕ್ರಾಂತಿ ಸುರುವಾಗೈತಿ ನಿನಗೆ ನಿಲ್ಲದ ವಾಂತಿ ಕಣ್ಣಿಗೆ ಕಾಣೋದು ಕರೆ ಅಲ್ಲ ಕಾರು ಬಂಗ್ಲೆ ಸಿರಿ ಅಲ್ಲ ಅರಿವು ಅಡವಿಟ್ಟಿ ಮರೆವು ಕೊಂಡು ಬಿಟ್ಟಿ ಯಾರಿಲ್ಲೋ ನಿನಂತ.... ಅಡಿಬಿಟ್ಟಿ. ಅರಿವು ಎಂಬುವುದೊಂದೇ ಘನ ಸಿರಿಯೋ ನೀ ಅರಿಯೋ… ಇಲ್ಲಿ ಎಲ್ಲರಿಗೂ ಸಮ ಉಂಟು ಅನ್ನ ನೀರು ಗಾಳಿ ರಾತ್ರಿ ಹಗಲು ಹುಟ್ಟು ಸಾವು ನೋವು ನಲಿವು ನಾ ಮುಂದು ನೀ ಮುಂದೆಂದು ತುಳಿದಿ ಆಯಾಸದ ಹಾದಿ ನೆಮ್ಮದಿ ಸಿಗದೇ ಬಂತೋ ಸಮೀಪ ಸಮಾಧಿ ಎಲ್ಲ ಅರಿವಾಗಿ ಜಾರಬೇಕಂದರೆ ಜವರಾಯ ಕೈ ಜೋರು ಮಾಡಿ ಕರೆದಾನ ಇರುವಾಗಲೇ ಅರಿಬೇಕು ಎಲ್ಲಾ ಅರಿದು ಹೋಗಬೇಕು. ಅರಿವು ಎಂಬುವುದೊಂದೇ ಘನ ಸಿರಿಯೋ . ನೀ ಅರಿಯೋ…
Safidon Baitha Hai mera Sabal Singh Bada veer Jo bhi Rangja iske rang mein baba rehta uske sang mein
(Intro - शंख ध्वनि, धीमे स्वर में मंत्र) "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" (x2) हे नाथ नारायण वासुदेवा, शरण में तेरी ये जग सारा। (Verse 1 - भावपूर्ण, गहरी भक्ति में डूबी हुई स्वर लय) नील गगन सा वर्ण तुम्हारा, मुरली की धुन में प्रेम हमारा। गोकुल के द्वारकाधीश तुम्हीं हो, हर मन के तुम रघुनाथ हमारे। (हल्की बांसुरी और वीणा के तारों पर मधुर धुन) (Chorus - भारी, गूंजती हुई आवाज़ में) कृष्ण गोविंद, हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा। गीत गीता का गूँज रहा है, हे नाथ नारायण वासुदेवा। (Verse 2 - गीता के उपदेशों की दिव्यता को दर्शाते हुए) कर्म की महिमा सिखाने वाले, धर्म युद्ध के पथ दिखाने वाले। अर्जुन के रथ के सारथी तुम, हर युग में जग के रक्षक तुम। (वीणा और तबले के मध्यम लय में प्रवेश) (Bridge - धीमे, गहरे स्वर में, आत्मा तक पहुँचने वाला संगीत) ज्ञान की गंगा बहती जाए, सत्य की लौ कभी न जाए। हे गोविंद, हे माधव, हर कण में तेरा ही वास रहे। (Chorus - अंतिम, ऊर्जावान और संपूर्ण भक्ति में डूबी ध्वनि) कृष्ण गोविंद, हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा। शरण में तेरी जीवन हमारा, हे नाथ नारायण वासुदेवा। ---
[Verse] Jungle se guzarta hoon Dil se guzar jaati hai Har raah pe milta hoon Tere raaste aati hai [Verse 2] Krishna tera bani hoon Kan kan mein basi hoon Gokul se Vrindavan tak Bas tujhko hi pukaru [Chorus] Hooo hooo hooo Bas ek bar bula le kanha Hoooo hooo hooo Vrindavan mein dekho raza [Verse 3] Madhuban ke raste pe Radhika ko dhoondta hoon Prem ke is sheher mein Dil se tujhe poochta hoon [Bridge] Mere arman sapne Sab teri chaon mein hai Meri duniya pyaari Bas tere naam se hai [Chorus] Hooo hooo hooo Bas ek bar bula le kanha Hoooo hooo hooo Vrindavan mein dekho raza
[Verse] मैं विद्यार्थी रहूँ सुन ले परमात्मा मुझको मिले हज़ारों गुरु सुन ले परमात्मा सारे संसार का ज्ञान मैं पाता रहूँ सारे गुरुओं का आशीर्वाद मैं पाता रहूँ [Chorus] भगवान है दुनिया में जिन्होंने बताया मुझे जीवन की राह में सच्चाई का दिया बुझे हर कदम पे हो उजाला ज्ञान का साथ सदा मेरे जीवन में हो ज्ञान की महिमा बड़ा [Verse 2] ज्यों ही मैं चलता रहूँ रौशनी की राह पर हर पल हो संग मेरे गुरुओं का स्पर्श हर अक्षर में हो सत्य विद्या का हो बसेरा ज्ञान के सागर में मैं होऊँ इक एक लहर [Chorus] भगवान है दुनिया में जिन्होंने बताया मुझे जीवन की राह में सच्चाई का दिया बुझे हर कदम पे हो उजाला ज्ञान का साथ सदा मेरे जीवन में हो ज्ञान की महिमा बड़ा [Bridge] हर एक दिन नई रौशनी नई किरण लाए विद्या का हर पाठ हमें आगे बढ़ाए शास्त्रों का ज्ञान और गुरुओं का अदब इनके बिन कोई भी पंथ कहे न सुलझ पाए [Chorus] भगवान है दुनिया में जिन्होंने बताया मुझे जीवन की राह में सच्चाई का दिया बुझे हर कदम पे हो उजाला ज्ञान का साथ सदा मेरे जीवन में हो ज्ञान की महिमा बड़ा
[Verse] मैं विद्यार्थी रहूँ सुन ले परमात्मा मुझको मिले हजारों गुरु सुन ले परमात्मा सारे संसार का ज्ञान मैं पाता रहूँ गुरु का आशीर्वाद मैं सदा पाता रहूँ [Verse 2] ज्ञान की लौ जलती रहे मेरे जीवन में शिक्षक की मूरत बसी रहे मेरे मन में हर पल मुझमें ज्ञान का दीप जलाता रहूँ गुरु का आदर मैं हृदय में बसा पाता रहूँ [Chorus] भगवान है दुनिया में जिन्होंने बताया मुझे अंधकार में रास्ता दिखलाया मुझे हर गुरु का चरणों में नमन करता रहूँ तेरे आशीर्वाद का हक़दार मैं बनता रहूँ [Verse 3] विद्यार्थी का धर्म सिखा गुरु ने सही राह ज्ञान की गंगा में बहाया मेरा हर गुनाह सहेजा मुझको हर विपत्ति ने सिखाया गुरु का नाम ही बस अपने होंठों से गाया [Bridge] संगीत का सुर जान गुरु ने सिखाया राग की दुनिया में बहका और बसाया लय ताल के संग मैं ख़ुशियाँ मनाता रहूँ गुरु के प्रेम में मैं यूँ ही झूमता रहूँ [Verse 4] गुरुदेव का उपकार सदा है मेरे साथ हर मुश्किल में उन्होंने थामा मेरा हाथ जीवन की पाठशाला में मिलते ज्ञान की धार गुरु बिना अधूरी है हर विद्यार्थी की बात
نعت سرکار صلی الم کی پڑھتا ہوں میں بس اس بات سے گھر میں میرے رحمت ہوگی اک تیر اصلی ام نام وسیلہ ہے میرا رنج و غم میں بھی اسی نام سے راحت ہوگی یہ سنا ہے کہ بہت قبر اندھیری ہوگی قبر کا خوف نہ رکھنا اے دل وہاں سرکار صلی ٹیم کے چہرے کی زیارت ہوگی کبھی نہیں کبھی کلا کبھی وائیل آیا جس کی قسمیں میرا رب فرمائے کتنی دلکش میرے محبوب کی صورت ہوگی ان کو مختار بنایا میرے اللہ نے خلد میں بس وہی جا سکتا ہے جس کو حسنین کے بابا کی اجازت ہوگی حشر کا دن بھی عجب دیکھنے والا ہوگا زلف لہراتے وہ جب آئیں گے پھر قیامت پے بھی خود ایک قیامت ہوگی میرا دامن تو گناہوں سے بھرا ہے الطاف اک سہارا ہے کہ میں تیرا ہوں اسی نسبت سے سر حشر شفاعت ہوگی
[Verse] गहरे जल में गोता लगाऊं मैं भगवान के चरणों में जीवन बिताऊं मैं हर सांस में तेरा नाम गाऊं मैं तेरी कृपा से हर दुख मिटाऊं मैं [Verse 2] आकाश सा असीमित तेरा प्यार है हर रोज़ नया चमत्कार है तेरे दर पे झुकती मेरी नज़र तेरी भक्ति में खोया हर शहर [Chorus] सुख शांति दिल में तूने भरी तेरे बिना दुनिया है अधूरी हर पल तेरा स्मरण करूं मैं तेरे प्रेम में खुद को दूर करूं मैं [Verse 3] गहरे सागर में खोजता रहूं तुझे हर लहर में महसूस हो तेरा स्नेह तेरा नाम है जीवन का आधार तेरी महिमा गाये संसार [Bridge] तेरे बिना जीवन सूना है तेरी कृपा से ही सब कुछ चुनना है तेरी भक्ति में है सबका उद्धार तेरी महिमा से है हर दिल खुशहाल [Chorus] सुख शांति दिल में तूने भरी तेरे बिना दुनिया है अधूरी हर पल तेरा स्मरण करूं मैं तेरे प्रेम में खुद को दूर करूं मैं
ॐ नमः शिवाय भजन: भोलेनाथ के द्वार पे (शांत, भक्तिमय धुन में) (1) बनारस के घाटों पे, गूँजे नाम तेरा, कैलाश के शिखरों पे, वास है बसेरा। भोलेनाथ के द्वार पे, भक्तों की टोली, हर हर महादेव की, गूंजे जय बोली। (2) डमरू की धुन पर, नाचे भोलानाथ, गंगा की लहरों में, दिखे तेरा साथ। त्रिशूल की छाया में, कटते अंधेरे, तेरी ही माया से, सब जग सवरे। (3) भस्म लपेटे, जटा में गंगा, तेरी कृपा से कटे सब पंगा। जो भी पुकारे, तेरा नाम लेकर, शिव शक्ति देता, उसे थाम लेकर। (4) मंदिर में गूंजे, तेरी आरती, महादेव रखे सबकी भारती। शिव शंभू के चरणों में आए, सारा संसार जयकार लगाए। हर हर महादेव! अगर आपको इसे धुन के साथ गाने के लिए चाहिए, तो बताइए, मैं आपको एक मधुर ट्यून भी सजेस्ट कर सकती हूँ!
मनमोहन तुझे बुलाऊं माखन का भोग लगाऊं मनमोहन तुझे बुलाऊं माखन का भोग लगाऊं बसा के रखूं दिल अपने छुपा के रखूं दिल अपने मनमोहन तुझे बुलाऊं माखन का भोग लगाऊं बसा के रखूं दिल अपने छुपा के रखूं दिल अपने कैसे बताऊं बाबा मेरे लिए क्या तुम तुम ही मेरी मंजिल और हो मेरी राह तुम सुख दुख में तुम्हे बुलाऊं बसा के रखूं दिल अपने छुपा के रखूं दिल अपने मनमोहन तुझे बुलाऊं माखन का भोग लगाऊं बसा के रखूं दिल अपने छुपा के रखूं दिल अपने घुंघरू बनू जो तेरी पायल का प्यारे पल पल चूमा करूं चरण तुम्हारे तेरे संग संग संग नाचूं गाउं तेरे संग संग नाचूं गाउं बसा के रखूं दिल अपने छुपा के रखूं दिल अपने मनमोहन तुझे बुलाऊं माखन का भोग लगाऊं बसा के रखूं दिल अपने छुपा के रखूं दिल अपने
[मुखड़ा] जय जय बाबा रामगिरी, संकट हरन हारे, शिव के सच्चे साधक, हम सबके रखवाले। जो तेरा नाम जपे, भवसागर तर जाए, तेरी कृपा से बाबा, हर मन आनंद पाए।। जय जय बाबा रामगिरी… [अंतरा 1] बोजान की इस पावन धरा पर, शिव मंदिर की ज्योत जलाई। तेरी भक्ति जिसने अपनाई, उसने हर पीड़ा भुलाई।। जय जय बाबा रामगिरी, संकट हरन हारे, शिव के सच्चे साधक, हम सबके रखवाले। जो तेरा नाम जपे, भवसागर तर जाए, तेरी कृपा से बाबा, हर मन आनंद पाए।। जय जय बाबा रामगिरी… [अंतरा 2] तेरी गौशाला में सेवा निराली, गायों की रक्षा तेरी जिम्मेदारी। भक्तों पर बरसाए तू कृपा की बारिश, तेरी दया से मिटे हर बेकारी।। जय जय बाबा रामगिरी, संकट हरन हारे, शिव के सच्चे साधक, हम सबके रखवाले। जो तेरा नाम जपे, भवसागर तर जाए, तेरी कृपा से बाबा, हर मन आनंद पाए।। जय जय बाबा रामगिरी… [अंतरा 3] फाल्गुन अष्टमी जब भी आए, भक्तों का संगम यहां पर लगे। बाबा की महिमा गाए संसार, तेरा आशीर्वाद सभी को मिले।। जय जय बाबा रामगिरी, संकट हरन हारे, शिव के सच्चे साधक, हम सबके रखवाले। जो तेरा नाम जपे, भवसागर तर जाए, तेरी कृपा से बाबा, हर मन आनंद पाए।। जय जय बाबा रामगिरी… [अंतरा 4] तेरे चमत्कारों की गाथा निराली, भक्तों की रक्षा तू करता हमेशा। तेरी महिमा गाए सब नर-नारी, तू ही तो पालनहारे बाबा।। जय जय बाबा रामगिरी, संकट हरन हारे, शिव के सच्चे साधक, हम सबके रखवाले। जो तेरा नाम जपे, भवसागर तर जाए, तेरी कृपा से बाबा, हर मन आनंद पाए।। जय जय बाबा रामगिरी… ॥ जय बाबा रामगिरी जी महाराज की जय ॥