[Instrumental]
भक्ति मधुर शास्त्रीय
Hindi
The song evokes feelings of peace, devotion, and tranquility. It encourages introspection and connection to a higher power, offering solace and comfort.
This piece is ideal for devotional settings, spiritual gatherings, or meditative practices. It's suitable for quiet reflection or as a backdrop for worship activities.
The composition showcases intricate melodic patterns typical of classical music, utilizing ragas and rhythms that enhance the devotional theme. The structure is likely to include traditional elements such as improvisation and ornamentation.
[Intro] [Melodic interlude] [Verse 1] Я лилий нарвала прекрасных и душистых Стыдливо-замкнутых как дев невинных рой С их лепестков дрожащих и росистых Пила я аромат и счастье и покой [Hook] Есть в графском парке старый пруд Там лилии цветут Там лилии цветут Цвеетут [Verse 2] И сердце трепетно сжималось как от боли А бледные цветы качали головой И вновь мечтала я а той далёкой воле А той стране где я была с тобой [Hook] Есть в графском парке старый пруд Там лилии цветут Там лилии цветут Цвеетут [Melodic interlude] [Verse 3] Неповторимость этих белых лилий В прозрачно розовой агранке хрусталя Напомнит нам, что мы сполна любили Что все прошедшее и не было за зря. [Hook] Есть в графском парке старый пруд Там лилии цветут Там лилии цветут Цвеетут [Melodic interlude] [Hook] Есть в графском парке старый пруд Там лилии цветут Там лилии цветут Цвеетут [Melodic interlude] [Outro]
அகர முதல எழுத்தெல்லாம் ஆதி பகவன் முதற்றே உலகு. கற்றதனால் ஆய பயனென்கொல் வாலறிவன் நற்றாள் தொழாஅர் எனின்.மலர்மிசை ஏகினான் மாணடி சேர்ந்தார் நிலமிசை நீடுவாழ் வார்.வேண்டுதல் வேண்டாமை இலானடி சேர்ந்தார்க்கு யாண்டும் இடும்பை இல.
हे मेरे मन, प्रभु को धन्य कह, उसकी करुणा को सदा याद रख। जो तेरे पापों को माफ़ करता है, तेरे रोगों से तुझे मुक्त करता है। वो तुझे जीवन से फिर से भरता है, तेरी जवानी को फिर से नया करता है। जैसे गरुड़ पंख फैलाकर उड़ता है, वैसे तेरा जीवन भी ऊँचाई छूता है। प्रभु दयालु और अनुग्रहकारी है, कोप में धीमा, प्रेम में भारी है। हमारे पापों के अनुसार नहीं करता व्यवहार, हमारे दोषों से हमें नहीं करता लाचार। जैसे पूरब से पश्चिम तक दूरी है, वैसे उसने हमारे पापों को हमसे दूर कर दिया। जैसे पिता अपने बच्चों पर दया करता है, वैसे प्रभु ने अपने भक्तों पर कृपा किया।
RANG YIDAM DU SEL WAY TUG KAY SABON LE OZER TRO CHO KYONG GYELCHEN SHUGDEN RIG NGA DRAG PO TSEL NAM KYI TUG KAR NYI DEN GYI TENG DU HUM YIG GI TAR NGAG TRENG RANG RANG GI KADOG DANG TSUNG PE KOR WA LA POG PE TUG GYU RANG WANG ME PAR KUL TE CHI DO PAY ZHI GYE WANG DRAG GI LE TAMCHE TOG PA ME PAR DRUB PAR GYUR
[intro] [solo] [verse] Uvek pazi, šta kažeš, U pameti jezik drži, Ako kažeš nešto loše, Može nekog da oprži. [verse] Nemoj da pustiš usta, Da rade sama za sebe, Ako se otrgnu kontroli, Koštaće samo tebe. [solo] [chorus] Kolika je snaga reči, To svi treba da znaju, Mogu i gvozdena vrata, Da nateraju da se otvaraju. Koliko su reči važne, Svako od nas znati mora, Nikada one neblede, Jačine dvanaest boforova. Reči pažljivo koristi, Neka ne upravljaju tobom, Neka ne budu brže od misli, Mogu te napraviti robom. [verse] Reči su kao pčele, U isto vreme i žaoka i med, Probodu kao šilo, Kad na njih dodje red. [verse] Tvoje ideje i reči, Lako mogu da promene svet, Drži ih pod kontrolom, Ne dozvoli preokret. [solo] [chorus] Kolika je snaga reči, To svi treba da znaju, Mogu i gvozdena vrata, Da nateraju se otvaraju. Koliko su reči važne, Svako od nas znati mora, Nikada one ne blede, Jačine dvanaest boforova. Reči pažljivo koristi, Neka ne upravljaju tobom, Neka ne budu brže od misli, Mogu te napraviti “robom”. [solo] Reči pažljivo koristi, Neka ne upravljaju tobom, Neka ne budu brže od misli, Mogu te napraviti “robom”. [outro]
(intro) (Music) निसिदिन, बरसत, नैन हमारे, नैन हमारे। निसिदिन, बरसत, नैन हमारे, नैन हमारे.... (Bridge) सदा रहत, पावस, ऋतु हम पर, आआआआआ....... सदा रहत पावस ऋतु हम पर, 'जब से... स्याम सिधारे.. निसिदिन, बरसत, नैन हमारे, नैन हमारे.... (Chorus) अंजन थिर न रहत अँखियन में, आआआआआ....... अंजन थिर न रहत अँखियन में, 'कर कपोल भये कारे.... निसिदिन, बरसत, नैन हमारे, नैन हमारे... (Chorus) कंचुकि-पट सूखत नहिं कबहुँ, आआआआआ....... कंचुकि-पट सूखत नहिं कबहुँ, 'उर बिच बहत पनारे. निसिदिन, बरसत, नैन हमारे, नैन हमारे... (Chorus) आँसू सलिल भये पग थाके , बहे जात सित तारे... 'सूरदास अब डूबत है ब्रज, काहे न लेत उबारे... निसिदिन, बरसत, नैन हमारे, नैन हमारे...
Diddy Heluthaite Edge Madutaite Ninae Gyattkumara
[Verse] Swords clashing in the twilight glow of the king's old hall Knights whisper secrets where ghostly shadows grow tall Gleaming armor shining tales from the ancient lore Gallant hearts still beat where echoes cry for more [Verse 2] Castles loom in clouds where dragons weave their song Stone walls cradle whispers of a world long gone Bards strum tales hard as the cold fortress floor Mystic runes etched deep in a world once more [Chorus] Pray tell me tales of grand knights with valor's gleam Of maidens' sweet curses lost in midnight's dream Adventure lies beneath the moon's silver scream Where history twists in a time's shadowed stream [Verse 3] Feasts in royal chambers a lavish display of power Candles flicker softly as hour follows hour Traces of lost ancestors etched in silent stone The grand halls now echo but the ghosts are not alone [Verse 4] Hushed plots and secrets within the courtly walls Monarchs rise and fall as destiny makes its calls Battlefields of honor where loyalties are torn Each hero's story in twilight's whisper born [Chorus] Pray tell me tales of grand knights with valor's gleam Of maidens' sweet curses lost in midnight's dream Adventure lies beneath the moon's silver scream Where history twists in time's shadowed stream
[Verse] नमामीशमीशान निर्वाण रूपं विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद स्व रूपं निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाश माकाशवासं भजेहम् [Verse] निराकारमोंकार मूलं तुरीयं गिरा ज्ञान गोतीतमीशं गिरिशं करालं महाकाल कालं कृपालं गुणागार संसार पारा मरेशं [Chorus] तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरं मनोभूत कोटि प्रभा श्री शरीरं स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारू गंगा लसद्भाल बालेन्दु कंठे भुजंगा [Verse] चलत्कुण्डलं भ्रू सुनेत्रं विशालं प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालं मृगाधीश चर्मांबरं मुण्डमालं प्रियं शंकरं सर्वनाथं भजामि [Bridge] प्रचण्डं प्रकष्ठं प्रगल्भं परेशं अखण्डं अजं भानुकोटि प्रकाशं त्रयः शूल निर्मूलनं शूल पाणिं भजेहं भवानीपतिं भाव गम्यं [Chorus] नमामीशमीशान निर्वाण रूपं विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद स्वरूपं चिदाकाश माकाशवासं भजेहम् नमामीशमीशान निर्वाण रूपं
--- (Chorus) कभी मिलते थे वो हम से, ज़माना याद आता है, बदल कर वज़्अ छुप कर शब को आना याद आता है। --- (Verse 7) वो मेरा चौंक चौंक उठना सहर के ग़म से और तेरा, (वो मेरा चौंक चौंक उठना) लगा कर अपने सीना से सुलाना याद आता है। (लगा कर अपने सीना से सुलाना) --- (Verse 8) कभी कुछ कह के वो मुझ को रुलाना उस सितमगर का, (कभी कुछ कह के वो मुझ को रुलाना) फिर आँखें नीची कर के मुस्कुराना याद आता है। (फिर आँखें नीची कर के मुस्कुराना)
शंकर मेरे शंकर, निरंजन स्वामी करुणा के सागर, दयालु धामी त्रिनेत्रधारी, त्रिशूलधारी भक्तों के दुःख हरने वाले, सदा सारी Chorus: ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय शिव शंकर, भोलेनाथ, जय जयकार पर्वतधारी, नागधारी, भस्मधारी सदा रहो मेरे साथ, हर कष्ट हारी तुम्हारी भक्ति, मोक्ष का द्वार करुणा करो, हे नाथ, हर बार ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय शिव शंकर, भोलेनाथ, जय जयकार