Verse 1:* हर सुबह की किरण, नया सवेरा लाए, सपनों के परदे, अब खुद को दिखाए। गिर के उठना सीखो, ये है असली खेल, कोई पछतावा नहीं, बस खुद पर विश्वास रख। *Pre-Chorus:* साथ चलो, अंधेरों से लड़ो, हर ज़ख्म में छुपा है, नया सबक करो। न रुकना है, न झुकना है, हर दर्द को गले लगाकर, खुद को बढ़ाना है। *Chorus:* बिना पछतावे, हम आगे बढ़ते हैं, हर ग़लती में छिपे, नए सबक लेते हैं। हर ठोकर में है ताकत, हर गिरावट में है रंग, ये जिंदगी का खेल है, जी लो इसे जंग। *Verse 2:* आवाज में तूफान, दिल में आग सुलगती, हर एक चुनौती, हमें और मजबूत करती। कभी रुके नहीं, कभी थके नहीं, जो खोया वो पाया, अब खुद को सजा ले। *Pre-Chorus:* साथ चलो, अंधेरों से लड़ो, हर ज़ख्म में छुपा है, नया सबक करो। न रुकना है, न झुकना है, हर दर्द को गले लगाकर, खुद को बढ़ाना है। *Chorus:* बिना पछतावे, हम आगे बढ़ते हैं, हर ग़लती में छिपे, नए सबक लेते हैं। हर ठोकर में है ताकत, हर गिरावट में है रंग, ये जिंदगी का खेल है, जी लो इसे जंग। *Bridge:* बदलाव की लहर, आ रही है पास, गौर से देखो, सब है हमारे हाथ। जो बीत गया वो, अब कहानी है, हम हैं योद्धा, ये है हमारी महाकवि। *Chorus:* बिना पछतावे, हम आगे बढ़ते हैं, हर ग़लती में छिपे, नए सबक लेते हैं। हर ठोकर में है ताकत, हर गिरावट में है रंग, ये जिंदगी का खेल है, जी लो इसे जंग। *Outro:* बिना पछतावे, अब हम उड़ेंगे, हर एक ख्वाब को, सच में बदलेंगे। दिल में आग, आँखों में सितारे, हम हैं योद्धा, ये है हमारी सवारी।
djent metal
Hindi
The song conveys a strong sense of empowerment, resilience, and hope. It encourages listeners to embrace challenges, learn from mistakes, and view life as a battle worth fighting, evoking feelings of courage and motivation.
Ideal for motivational settings such as sports events, fitness classes, or inspirational gatherings, where themes of resilience and determination can resonate with the audience.
The lyrics reflect a structured approach typical of djent metal, incorporating complex themes and rhythms that complement heavy guitar riffs and dynamic percussion. The use of metaphors related to struggle and learning aligns well with the genre's intensity and emotional depth.
[3:08 pm, 2/10/2024] Babai: *Verse 1:* धर्म के नाम पर, क्यों ये दीवारें हैं? राजनीति की छांव में, हम बिखरते जा रहे हैं। एक ही धरती, एक ही इंसान, फिर क्यों ये नफरत, ये जंग का मैदान? *Pre-Chorus:* हाथ में हाथ डालकर, चलना है हमें, सपनों की दुनिया को, सजाना है हमें। खुद को पहचानो, तुम और मैं, हम सब एक हैं, यही है हमारी पहचान। *Chorus:* बचाओ मानवता, उठाओ एकता की आवाज़, धर्म और राजनीति को छोड़, कर लो प्यार का अलाव। हम हैं साथी, हमें जोड़ा जाए, इस जंग में नहीं, एकता की राह अपनाई जाए। *Verse 2:* बिछड़े हैं रिश्ते, टूट गए हैं नारे, भूल गए हम, सच्चे इरादे और सारे। एक चाँद की छांव में, सबका है अधिकार, क्यों लड… [3:09 pm, 2/10/2024] Babai: Sure! Here’s a revised version of the lyrics with a stronger impact and flow: *Title: एकता की आवाज़ (Ekta Ki Awaaz)* *Verse 1:* धर्म के नाम पर, क्यों ये दीवारें हैं? राजनीति की चालों में, हम बिखरते जा रहे हैं। एक ही धरती, एक ही इंसान, फिर क्यों ये नफरत, ये जंग का सामान? *Pre-Chorus:* हाथ में हाथ डालकर, बढ़ना है हमें, सपनों की दुनिया को, सजाना है हमें। खुद को पहचानो, तुम और मैं, हम सब एक हैं, यही है हमारी पहचान। *Chorus:* बचाओ मानवता, उठाओ एकता की आवाज़, धर्म और राजनीति को छोड़, कर लो प्यार का अलाव। हम हैं साथी, हमें जोड़ा जाए, जंग में नहीं, एकता की राह अपनाई जाए। *Verse 2:* भूल गए रिश्ते, टूट गए हैं नारे, सच्ची भावना को, ढूंढना है सारे। एक चाँद की छांव में, सबका है अधिकार, क्यों लड़ना हम, जब प्यार है आधार? *Pre-Chorus:* हाथ में हाथ डालकर, बढ़ना है हमें, सपनों की दुनिया को, सजाना है हमें। खुद को पहचानो, तुम और मैं, हम सब एक हैं, यही है हमारी पहचान। *Chorus:* बचाओ मानवता, उठाओ एकता की आवाज़, धर्म और राजनीति को छोड़, कर लो प्यार का अलाव। हम हैं साथी, हमें जोड़ा जाए, जंग में नहीं, एकता की राह अपनाई जाए। *Bridge:* हमारी कहानी, एक ही तो है, दुख में साथ चलना, यही तो सच्चा है। जो भी हो रास्ता, सबको गले लगाना, एकता की शक्ति से, हर दिल को जीतना। *Chorus:* बचाओ मानवता, उठाओ एकता की आवाज़, धर्म और राजनीति को छोड़, कर लो प्यार का अलाव। हम हैं साथी, हमें जोड़ा जाए, जंग में नहीं, एकता की राह अपनाई जाए। *Outro:* सपनों में बुनें, एक नई कहानी, मानवता का प्रेम, हमारी है निशानी। सबका हो साथ, सबका हो विश्वास, आओ मिलकर चलें, एकता की राह पर हमेशा।
Verse 1:* हर सुबह की किरण, नया सवेरा लाए, सपनों के परदे, अब खुद को दिखाए। गिर के उठना सीखो, ये है असली खेल, कोई पछतावा नहीं, बस खुद पर विश्वास रख। *Pre-Chorus:* साथ चलो, अंधेरों से लड़ो, हर ज़ख्म में छुपा है, नया सबक करो। न रुकना है, न झुकना है, हर दर्द को गले लगाकर, खुद को बढ़ाना है। *Chorus:* बिना पछतावे, हम आगे बढ़ते हैं, हर ग़लती में छिपे, नए सबक लेते हैं। हर ठोकर में है ताकत, हर गिरावट में है रंग, ये जिंदगी का खेल है, जी लो इसे जंग। *Verse 2:* आवाज में तूफान, दिल में आग सुलगती, हर एक चुनौती, हमें और मजबूत करती। कभी रुके नहीं, कभी थके नहीं, जो खोया वो पाया, अब खुद को सजा ले। *Pre-Chorus:* साथ चलो, अंधेरों से लड़ो, हर ज़ख्म में छुपा है, नया सबक करो। न रुकना है, न झुकना है, हर दर्द को गले लगाकर, खुद को बढ़ाना है। *Chorus:* बिना पछतावे, हम आगे बढ़ते हैं, हर ग़लती में छिपे, नए सबक लेते हैं। हर ठोकर में है ताकत, हर गिरावट में है रंग, ये जिंदगी का खेल है, जी लो इसे जंग। *Bridge:* बदलाव की लहर, आ रही है पास, गौर से देखो, सब है हमारे हाथ। जो बीत गया वो, अब कहानी है, हम हैं योद्धा, ये है हमारी महाकवि। *Chorus:* बिना पछतावे, हम आगे बढ़ते हैं, हर ग़लती में छिपे, नए सबक लेते हैं। हर ठोकर में है ताकत, हर गिरावट में है रंग, ये जिंदगी का खेल है, जी लो इसे जंग। *Outro:* बिना पछतावे, अब हम उड़ेंगे, हर एक ख्वाब को, सच में बदलेंगे। दिल में आग, आँखों में सितारे, हम हैं योद्धा, ये है हमारी सवारी।
In the heart of Bilaspur, a boy was born, Dreams in his eyes, ready to transform. From the small town streets, he took his first step, With a fire inside that no one could forget. His determination soared higher than the skies, Never did he bow when challenges would arise. With the light of his dreams, he carved his own way, Bilaspur's son made the world his own one day.