(Chorus - मुख्यधारा): जय शैलपुत्री माता, मैया जय शैलपुत्री माता। रूप अलौकिक पावन, शुभ फल की दाता॥ जय शैलपुत्री माता, ________________________________________ (अंतरा 1): हाथ त्रिशूल कमल तल, मैया के साजे, शीश मुकुट शोभामयी, मैया के साजे। (Chorus) जय शैलपुत्री माता, ________________________________________ (अंतरा 2): दक्षराज की कन्या, शिव अर्धांगिनी तुम, तुम ही हो सती माता, पाप विनाशिनी तुम। (Chorus) जय शैलपुत्री माता, ________________________________________ (अंतरा 3): वृषभ सवारी माँ की, सुन्दर अति पावन, सौभाग्यशाली बनता, जो करले दर्शन। (Chorus) जय शैलपुत्री माता, ________________________________________ (अंतरा 4): आदि अनादि अनामय, तुम माँ अविनाशी, अटल अनत अगोचर, अतुल आनंद राशि। (Chorus) जय शैलपुत्री माता, ________________________________________ (अंतरा 5): नौ दुर्गाओं में मैया, प्रथम तेरा स्थान, रिद्धि सिद्धि पा जाता, जो धरता तेरा ध्यान। (Chorus) जय शैलपुत्री माता, ________________________________________ (अंतरा 6): प्रथम नवरात्रे जो माँ, व्रत तेरा धरे, करदे कृपा उस जन पे, तू मैया तारे। (Chorus) जय शैलपुत्री माता, ________________________________________ (अंतरा 7): मूलाधार निवासिनी, हमपे कृपा करना, लाल तुम्हारे ही हम, द्रष्टि दया रखना। (Chorus) जय शैलपुत्री माता, ________________________________________ (अंतरा 8): करुणामयी जगजननी, दया नज़र कीजे, शिवसती शैलपुत्री माँ, चरण शरण लिजे। (Chorus) जय शैलपुत्री माता, मैया जय शैलपुत्री माता॥
Devotional/Spiritual Music,Traditional Indian,Medium Tempo, Chorus Integration, simple and catchy,Vocal Harmonies,
Hindi
The lyrics evoke deep feelings of devotion, reverence, and spiritual connection. The repetitive chorus creates a sense of community and collective worship, enhancing the emotional impact of the song.
This song is suitable for religious ceremonies, festivals, and gatherings, particularly during Navaratri or other worship events dedicated to Goddess Durga.
The song features a medium tempo with a focus on vocal harmonies and a catchy, simple chorus. The integration of traditional Indian musical elements, such as tritones and devotional lyrics, creates a serene and uplifting atmosphere.
आरती कीजै हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की। जाके बल से गिरवर कांपे, रोग-दोष जाके निकट न झांके॥ आरती कीजै हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई, संतन के प्रभु सदा सहाई। दे बीरा रघुनाथ पठाए, लंका जारि सिया सुधि लाए॥ आरती कीजै हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ लंका सो कोट समुद्र-सी खाई, जात पवनसुत बार न लाई। लंका जारि असुर संहारे, सीता रामजी के काज सवारे॥ आरती कीजै हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ पंचमुख रूप धरा धरि धामा, अंजनि मातु के पूत करामा। सुर-नर-मुनि जन आरती उतारें, जय जय जय हनुमान उचारे॥ आरती कीजै हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ कंचन थार कपूर लौ छाई, आरती करत अंजना माई। जो हनुमान जी की आरती गावे, बसिहैं राम-सियासुख पावे॥ आरती कीजै हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
Achyutam Keshavam Krishna Damodaram, Rama Narayanam Janaki Vallabham. Kaun Kehta Hai Bhagwan Aate Nahi, Tum Meera Ke Jaise Bulate Nahi. Achyutam Keshavam Krishna Damodaram, Rama Narayanam Janaki Vallabham. Kaun Kehta Hai Bhagwan Khate Nahi, Ber Shabari Ke Jaise Khilate Nahi. Achyutam Keshavam Krishna Damodaram, Rama Narayanam Janaki Vallabham. Kaun Kehta Hai Bhagwan Sote Nahi, Maa Yashoda Ke Jaise Sulate Nahi. Achyutam Keshavam Krishna Damodaram, Rama Narayanam Janaki Vallabham. Kaun Kehta Hai Bhagwan Nachte Nahi, Gopi Prem Se Nachate Nahi. Achyutam Keshavam Krishna Damodaram, Rama Narayanam Janaki Vallabham. Kaun Kehta Hai Bhagwan Gaate Nahi, Murli Sur Me Bulate Nahi. Achyutam Keshavam Krishna Damodaram, Rama Narayanam Janaki Vallabham. Kaun Kehta Hai Bhagwan Aate Nahi, Tum Meera Ke Jaise Bulate Nahi.