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    रंगों की बारिश

    रंगों की बारिश

    AI Singing

    bollywood

    March 14, 2025

    Lyrics

    [Verse]
    रंगों में सजी थी वो गलियों की चाल
    हंसी की गूंज जैसे कोई महाकाल।
    पिचकारी की धार से जीने का जोश
    होली के रंगों में बह उठा सब होश।
    [Verse 2]
    मोहल्ले का मैदान
    पानी के बम थे
    हंसते हुए चेहरे
    सपनों के संग थे।
    खुशबू थी गुलाल की हर किसी के पास
    दोस्ती का रंग चढ़ा हर दिल में खास।
    [Chorus]
    होली की वो मस्ती
    वो रंगों की बारिश
    यारों की शरारत और प्यार की वारिस।
    उमंगों के झरनों में भीगी हर सोच
    ये त्यौहार था जैसे रिश्तों का ब्रोच।
    [Bridge]
    चाय के कुल्हड़ और पकवान का स्वाद
    गीतों में छिपा था जादू की बात।
    दिलों का कनेक्शन
    दही-भल्लों का साथ
    सबकुछ था रंगीला
    डूबे थे हम रात।
    [Verse 3]
    खुद से मिले जब छिपा चेहरा रंगीन
    हंसी की गूंज से हर बात बनी बीन।
    दुनिया भूल जब लगे ये पल अनमोल
    होली ने दिया सबको खुशियों का बोल।
    [Chorus]
    होली की वो मस्ती
    वो रंगों की बारिश
    यारों की शरारत और प्यार की वारिस।
    उमंगों के झरनों में भीगी हर सोच
    ये त्यौहार था जैसे रिश्तों का ब्रोच।